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जगदलपुर। जनपद पंचायत बस्तर अंतर्गत ग्राम पंचायत घाटलोहंगा में ग्रामीणों द्वारा 1984 से अनोखी परम्परा से होलिका दहन किया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा संयुक्त रूप से गांव के लगभग 200 फीट ऊंची पहाड़ी पर ग्राम देवी-देवता की पूजा के बाद होलिका दहन किया जाता है।इस संबंध में ग्राम पुजारी राजमन एवं सहयोगी यमुना प्रसाद तिवारी, एसन तिवारी, खगेश्वर, सरपंच चम्पा बघेल, बुलकुराम आदि ग्रामीणों ने बताया कि घाटलोहंगा में दो पहाड़ी स्थिति है। एक गाय डोंगरी जहां इन दिनों पर्यटन स्थल बस्तर हाट बनाया गया है। दूसरा देव डोंगरी जो गांव के बीच में हैं। वर्षों से यहां होलिका दहन कर देवी की पूजा की जाती है।

जिस पहाड़ी पर होलिका दहन किया जाता है, वह गांव के बीच में है और चारों ओर गांव के पारा हैं। पहाड़ी के ऊपर लगभग पांच डिसमिल समतल जगह है। गांव के ग्राम पुजारी द्वारा देवी-देवता का छत्र, लाट, ड़गही लाट, सिरहा-गुनिया के साथ उक्त जगह पर होलिका दहन की रात्रि ले जाकर पूजा अर्चना के साथ देवी से गांव में खुशहाली की कामना के साथ होली पर्व मनाया जाता है। गांव के पुजारी एवं बुजुर्गों ने देवी के सम्मान एवं गांव में खुशहाली बनी रहे की मनोकामनाओं के साथ पहाड़ी पर होलिका दहन किया जाता है।

घाटलोहंगा में आदिवासी एवं ब्राम्हण परिवार निवासरत हैं, इन दोनों जाति के लोगों द्वारा संयुक्त रुप से यह पर्व मनाया जाता है। आसपास के ग्राम देवी की आमंत्रित किया जा कर परम्परा निभाई जा रही है। इस गांव में होलिका दहन देखने आसपास के ग्रामीणजन एवं युवक पहुंचते हैं। ग्राम पंचायत के सहयोग एवं ग्रामीणों द्वारा मनोरंजन के लिये भतरा नाट का आयोजन किया जाता है।

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