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हैलो बीकानेर न्यूज़। भारतीय जनता पार्टी की पहली 131 सीटो पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है।  भाजपा की पहली सूची में बीकानेर जिले से चार सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं। इनमें खाजूवाला से डॉ. विश्वनाथ मेघवाल तथा बीकानेर पूर्व से सिद्धिकुमारी को तीसरी बार मैदान में उतारा गया है, जबकि लूनकरणसर से सुमित गोदारा को एक बार फिर मौका दिया गया है। कोलायत सीट पर देवीसिंह भाटी की पुत्रवधू पूनम कंवर को टिकट मिला है। पूनम कंवर देवीसिंह भाटी के पुत्र दिवंगत सांसद महेंद्रसिंह भाटी की धर्मपत्नी हैं।

कुछ दिन पहले मंत्री गजेन्द्रसिंह बीकानेर आए थे और उन्होंने सिद्धिकुमारी से विशेष मुलाकात की थी उसके बाद गजेन्द्रसिंह देवीसिंह भाटी से मिलने गए थे। मंत्री गजेन्द्रसिंह का बीकानेर आकर इन्ही दो नेताओं से मिलना और बीजेपी की पहली सूची बहुत कुछ बयां कर रही है। सुमित गोदारा और डॉ विश्वनाथ को टिकट मिलना यह दर्शाता है कि पार्टी ने अपने विधायक और कार्यकर्ताओं का विशेष ध्यान रखा है। अब देखते है कि भाजपा की अगली सूची में कौनसे चौकाने वाले नाम सामने आते है।  अगली सूची 16 नवंबर से पहले नहीं आने की संभावना है। बीकानेर की सात विधानसभा सीटों में से चार सीटों के लिए प्रत्याशियों के चयन का काम पूरा हो चुका है।

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इस रूप में देखा जाए तो कमोबेश सभी सीटों पर रीपीटेशन ही हुआ है। कोलायत सीट पर देवीसिंह भाटी पहले से ही लडऩे के लिए अनिच्छुक थे, लेकिन वे चाहते थे कि पुत्रवधू को टिकट मिले। इस रूप में देखा जाएग जो टिकट भाटी के परिवार में ही हैं। पूनम कंवर देवीसिंह भाटी के पुत्र दिवंगत सांसद महेंद्रसिंह भाटी की धर्मपत्नी हैं। इसी तरह लूणकरणसर से सुमित गोदारा पिछली बार भी प्रत्याशी रहे और पांच साल तक अपने क्षेत्र में खूब काम किया। उन्हें इस बार फिर टिकट देकर पार्टी ने न सिर्फ हौसला आफजाई की है बल्कि एक बड़ी चुनौती भी दी है, क्योकि इस बार लूणकरणसर फिर से त्रिकोणीय संघर्ष में उलझ सकता है। यहां मानिक चंद सुराना का रुख काफी कुछ तय करेगा। इसी तरह खाजूवाला विधानसभा से जीते डॉ.विश्वनाथ को फिर से पार्टी ने मौका दिया है। बीकानेर विधानसभा पूर्व से सिद्धि कुमारी को टिकट दिया गया है, जो पहले भी इस क्षेत्र से दावेदार थी।

सूचियों के देखकर यह कहा जा सकता है कि प्रत्याशियों के चयन में काफी संतुलन रखा गया है। मुख्यमंत्री राजे की सूची को भी तरजीह मिली है तो कुछ स्थानों पर प्रत्याशियां को बदला भी गया है। बीकानेर विधानसभा के नोखा, श्रीडूंगरगढ़ और बीकानेर पश्चिम की घोषणा पहली सूची में नहीं नहीं हुई है, इससे यह लग रहा है कि इन सीटों पर पार्टी सोच-समझकर फैसला करने वाली है। अब कांग्रेस को फैसला करना है। हालांकि, कांग्रेस ने भी सीटों पर कसरत पूरी कर ली है, लेकिन सीटों की घोषणा में पिछड़ गई है।

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