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जयपुर । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने विभाग के अधिकारियों को प्रदेश में संचालित 22 आवासीय विद्यालयों में अध्यापकों व अन्य कार्मिकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिये।
डॉ. चतुर्वेदी ने बुधवार को शासन सचिवालय में संचालित आवासीय विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिये। उन्होंने बैठक के दौरान शिक्षा राज्य मंत्री से दूरभाष पर बात कर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा साक्षात्कार लेकर चयन किये गये अध्यापकों एवं कार्मिकों को कार्यमुक्त कराने का आग्रह किया जिससे आवासीय विद्यालयों में अध्यापकों की कमी पूरी हो सके।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आवासीय विद्यालयों के रिक्त पदों के अनुसार कैडर स्ट्रैन्थ बढ़ाकर भर्ती की जावे जिससे आवासीय विद्यालयों में रिक्त पदों की समस्याओं का स्थायी समाधान हो सके।
डॉ. चतुर्वेदी ने विभाग के अधिकारियों को शिक्षा विभाग से रिक्त पदों के लिए अध्यापक नहीं मिलने की स्थिति पर अन्य विकल्पों पर विचार करने के निर्देश दिये।
बैठक में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री जे.सी.महान्ति ने आवासीय विद्यालयों के रिक्त पदों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सेवानिवृत्त अध्यापकों की सेवायें भी लेने का प्रयास करें। उन्होंने राज्य में संचालित बी.एड. महाविद्यालयें में अध्यापक प्रशिक्षण ले रहे छात्र-छात्राओं की इन्टर्नशिप के दौरान आवासीय विद्यालयों में अध्यापन कार्य कर छात्र एवं छात्राओं को शिक्षा देने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक डॉ. समित शर्मा ने बताया कि प्रदेश में विभाग के माध्यम से 22 आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें लगभग 7 हजार 700 से अधिक गरीब परिवारों के बालक-बालिकायें अध्ययनरत है। आवासीय विद्यालयों में 593 पद स्वीकृत है जिसमें शैक्षणिक 443 व गैर शैक्षणिक 150 पद स्वीकृत है। वर्तमान में आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक के 443 पदों के विरूद्ध 207 पद रिक्त हैं। विभाग द्वारा शिक्षा विभाग के विभिन्न विषयों के अध्यापकों के साक्षात्कार के माध्यम से चयन करने के लिए सूची भेजी गयी है।
बैठक में शिक्षा विभाग के विशिष्ठ शासन सचिव  अशफाक हुसैन एवं संयुक्त निदेशक ओमप्रकाश सारस्वत एवं विभाग के सहायक निदेशक  सुभाष शर्मा उपस्थित थे।

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