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नई दिल्ली।  सरकार के पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती करने के निर्णय से अब ये दोनो पेट्रोलियम उत्पाद कल से सस्ते हो जायेंगे।
वित्त मंत्रालय ने आज यहां कहा कि वैश्विक स्तर तेल की कीमतों में हो रही बढोतरी के कारण घरेलू स्तर पर पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों के बढ़ने से आम लोगों काे राहत पहुंचाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। यह कटौती ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड दोनों तरह के उत्पादों के लिए है। 


उसने कहा कि इन दोनों उत्पादों पर बेसिक उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की कमी की जा रही है जो चार अक्टूबर से प्रभावी होगी। इस कटौती से एक वर्ष में 26 हजार करोड़ रुपये का सरकारी राजस्व घटेगा जबकि चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में 13 हजार करोड़ रुपये का राजस्व घटेगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में बढोतरी होने से दो अक्टूबर 2017 को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 70.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 59.07 रुपये प्रति लीटर पर हो गया था। तेल की कीमतें बढ़ने का असर महंगाई पर हो रहा है इससे महंगाई भी बढ़ रही है। 

तेल विपणन कंपनियां अब प्रतिदिन इन दाेनों प्रमुख उत्पादों की कीमतों की समीक्षा करती है और उसी के अनुरूप इनके दाम घटते बढ़ते हैं। हालांकि पिछले कुछ महीने से लगातार इसकी कीमतों में बढोतरी होने और पेट्रोल के मूल्य के 70 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंचने पर राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया था। हालांकि इसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली और तेल मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष कर अमेरिका में आये भीषण तूफान की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतें बढ़ी है और उसका असर घरेलू स्तर पर भी हुआ है। दोनों मंत्रियों ने आगे पेट्रोल अौर डीजल की कीमतों में तीव्र बढोतरी नहीं होने की संभावना जतायी थी। 

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