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बीकानेर। इंदिरा गांधी नहर में सतलुज नहर के माध्यम से राजस्थान में प्राप्त हो रहे दूषित पानी की समस्या पर विचार-विमर्श के लिए संभागीय आयुक्त एवं पदेन आयुक्त सीएडी डाॅ. एन. के. गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलक्टर कक्ष में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।

संभागीय आयुक्त ने निर्देश दिये कि नहरी पानी में पंजाब स्थित फैक्ट्री से डाले गये अपशिष्ट से पानी के दूषित होने की आशंका के मद््देनजर यह सुनिश्चित किया जाये कि मनुष्य, पशु व फसल को इस पानी से हानि न पहुंचे। आईजीएनपी, प्रशासन, पुलिस, पीएचईडी, जलसंसाधन आदि विभागों के अधिकारी पूर्ण समन्वय से कार्य करते हुए, शुद्ध पेयजल की सप्लाई के पुख्ता इन्तजाम करें। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए आमजन को स्वच्छ पेयजल मिले, इसके लिए सजगता से कार्यवाही की जाए।

बैठक में बताया गया कि पिछले दिनों पंजाब स्थित शुगर मिल के द्वारा व्यास नदी में अपशिष्ट डालने से नहरी पानी प्रदूषित हो गया था। इसका पता चलने पर पंजाब प्रदूषण नियंत्राण बोर्ड ने संबंधित शुगर मिल के विरूद्व कार्यवाही की थी।

निकाला जाएगा दूषित पानी- 

मुख्य अभियंता इंगानप ने बताया कि आरडी 243 से 415 तक के दूषित पानी को आगे प्रवाहित ना करते हुए, आरडी 507 पर बने एस्केप से इसे बाहर निकला जाएगा, जिससे पूरी नहर में पानी दूषित ना हो। यह कार्य आगामी लगभग दो दिनों में पूर्ण कर लिया जाएगा। संभागीय आयुक्त ने निर्देश दिए कि इस बात की माॅनिटरिंग की जाए कि इस दूषित जल का कोई उपयोग ना करे, जिससे किसी प्रकार की हानि न हो। इस संबंध में फील्ड स्टाफ पूरी मुस्तैदी से कार्य करे।

प्रत्येक 8 घन्टे में लिए जाएं सैम्पल-

संभागीय आयुक्त ने पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिये कि पानी की जांच हेतु मसीतावाली हैड, आरडी 243, आरडी 750, 1121, 1254 तथा आरडी 1458 पर प्रत्येक 8 घन्टे के अंतराल पर बैक्टीरिया की जांच हेतु पानी के सैम्पल लिये जाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चक्रीय कार्यक्रम केवल पेयजल के लिए स्वीकृत है, अतः यह ध्यान रखा जाए कि पेयजल आपूर्ति के लिए पानी स्वच्छ हो।

पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि दूषित पानी की आशंका के कारण जलदाय विभाग ने नहरी पानी को पेयजल आपूर्ति की डिग्गियों, जलाशयों में जाने से रोक दिया है। इस संबंध में विभाग की डिग्गियों में उपलब्ध पानी से सप्लाई की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।

बैठक में आईजीएनपी. के मुख्य अभियंता अमरजीत सिंह मेहरड़ा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (रेग्यूलेशन) विनोद मित्तल, उपखण्ड अधिकारी एन आर सैनी, पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता दीपक बंसल, क्षेत्राीय विकास तकनीकी सहायक अशोक कुमार नांगल, पीएचईडी जोधपुर अधिशासी अभियंता लोहित तंवर, पीएचईडी जैसलमेर अधिशासी अभियंता पराग स्वामी उपस्थित थे।

संसदीय सचिव ने ली स्थिति की जानकारी

संसदीय सचिव डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल ने शुक्रवार को डाॅ. एन के गुप्ता से कलक्टर कक्ष में मुलाकात कर, दूषित नहरी पानी की आशंका के कारण उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारी पूर्ण सजगता से कार्य करते हुए इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही करें। आमजन को शुद्ध पेयजल मिले, इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। इस दौरान राकेश सहोत्रा उपस्थित थे।

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