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महाराजा गंगासिंह विश्वविद्याय पर पूर्व छात्र नेता भवानी आचार्य ने उठाये सवालिया निशान और की उच्च स्तरीय जांचों की मांग

कुलाधिपति व राज्यपाल से कुलपति सहित विश्वविद्यालय पर लगाये अनियमितता एवं धांधली के आरोप।

हैलो बीकानेर,। हैलो बीकानेर को मिली प्रेस नोट के अनुसार पूर्व छात्र नेता आचार्य महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में पिछले लम्बे समय से एक मांग है जिसका ना तो किसी प्रकार से कॉलेज संतोषजनक जवाब दे रही है और ना ही विश्वविद्यालय जवाब दे रहे है वो मांग बीकानेर में जस्सूसर गेट स्थित श्री नेहरू शारदा पीठ पी.जी. महाविद्यालय, बीकानेर में मिल्ट्री साईंस नाम का विषय था और उससे सैंकड़ों छात्र पास होकर निकल गये। विषय का न तो किसी प्रकार से फायदा है और ना ही विषय का कुछ पता। आखिर इस विषय की जानकारी कहां से ली जाये, इसके लिये दो बार आरटीआई से भी सूचना मांगी जा चुकी है लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला और छात्र नेता ने विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाया है और छात्र नेता आचार्य इस विषय को लेकर कहा कि वित्त राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल से भी मिलकर सैन्य विज्ञान विषय विश्वविद्यालय में खुलवाया गया था वो विषय आज सैंकड़ों छात्रों के लिये झंझाल बना हुआ है ये विषय बीकानेर का एन.एस.पी. कॉलेज में संचालित है। वर्तमान में विषय का नाम भी परिवर्तन कर दिया गया है। इस विषय के साथ बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय एवं श्री नेहरू शारदा पीठ पी.जी. महाविद्यालय, जस्सूसर गेट स्थित आला अधिकारी इस विषय के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
छात्र नेता आचार्य ने कहा कि विषय की कोई सुविधा विद्यार्थियों को आज तक प्राप्त नहीं हुई और ना ही कोई आज तक इस विषय के बारे में संतोषजनक जवाब मिला। इस कॉलेज के भारी नियमितता और विश्वविद्यालय के नियमों को पूरा नहीं कर रहा, जिसकी उच्च अधिकारियों से जल्द से जल्द जांच करवाई जाये।
छात्र नेता ने एक आरोप और साधा। विश्वविद्यालय की अंकतालिका में घटिया से घटिया कागज का प्रयोग किया गया है जिसका भी विरोध किया है। छात्र नेता ने बताया कि अंकतालिकाओं में घटिया कागज का प्रयोग विश्वविद्यालय के अधिकारियों की निगरानी में हो रहा है। अधिकारी भी चुप है जिसमें साफ है कि विश्वविद्यालय कुलपति, उपकुलपति, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक आदि अंकतालिका छापने वालों से मिले हुये है, इसकी जांच होगी चाहिये और साथ ही हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा जारी परिणाम में उस पर भी संशय है क्योंकि मुख्य परिणाम के कम नम्बर आते है या फिर फेल होने वाले पूर्णगणना का आवेदन करते है तो अच्छे अंक दे दिये जाते है तो इससे साफ नजर आ रहा है कि विश्वविद्यालय अंकतालिका में भी गौरख धंधा चल रहा है जिसकी भी उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर जांच की जाये। पूर्व छात्र नेता आचार्य ने इस भारी अनियमितता को देखते हुए कुलाधिपति व राज्यपाल महोदय कल्याणसिंह को पत्र भेजकर उक्त आरोपों की एक उच्च स्तरीय कमेटी की जांच करवाई जाये, जिसमें बीकानेर के बाहर से आये हुये अधिकारी शामिल हो और महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पीएच.डी. एवं एम.फिल. में छात्रों का प्रवेश कैसे ले रहा है जबकि आचार्य ने बताया कि पीएच.डी. एवं एम.फिल. छात्रों के प्रवेश की प्रक्रिया जानने की मांग की तो अधिकारियों ने इन्टरनेट पर जो जारी परिणाम है उसी के आधार पर इनमें प्रवेश दिया जायेगा। कॉपी या ओएमआर सीट दिखाने को कहा तो अधिकारियों ने नियमों में नहीं होने का कहते हुए पला झाड़ दिया। इसलिये आचार्य ने इसकी भी एक कमेटी बनाकर उक्त मांग रखी और उसके लिये पूर्णतया गंभीरतापूर्वक जांच करवाई जाये। इसको लेकर छात्रनेता भवानी आचार्य ने कहा कि विश्वविद्यालय को इन मांगों की जांच की जाये अन्यथा छात्र उतरेंगे आंदोलन पर। महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय का रवैया सही करवाने के लिये कुलाधिपति व राज्यपाल से लगाई गुहार।
छात्र नेता के साथ सुमित पुरी, एनएसयूआई के पूर्व शहर जिला अध्यक्ष बाबूलाल गोदारा, आशीष स्वामी, केशव किराडू इत्यादि ने आचार्य के साथ किया आंदोलन का समर्थन।

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