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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पंद्रहवीं विधानसभा के सत्र के पहले दिन कहा की उम्मीद करते हैं कि विधानसभा का ये सत्र और आने वाले सत्र जनहित के कार्यों को प्रायरिटी देंगे, जनता की भलाई के काम होंगे, विकास के काम होंगे, इस शुभकामना और इस भावना के साथ में हम विधानसभा के अंदर प्रवेश कर रहे हैं।

सवाल – जवाब 

सवाल: तो क्या उम्मीद करे सर पिछले दिनों जो सीन बनते हुए दिखे है हंगामे के वो इस बार नहीं होंगे? क्या ये उम्मीद करे?
जवाब: हंगामे तो इश्यु बेस होते है अगर कोई इश्यु बनता है वास्तव में तो उसपे कोई अपनी आवाज उठाता है तो उसको फ्रीडम है परन्तु कई बार अनावश्य रूप से राजनीति करने के लिए उठाते है तो उसमे ऐतराज होता है ये ही लोकसभा और विधानसभा में होता है। मैं समझता हूँ कि लोकतंत्र में बोलने की आजादी सबको होनी चाहिए पर जनता के हित की बात करना हमारी प्रायोरिटी होनी चाहिए।

सवाल: विपक्ष जन घोषणा पत्र को लेकर भी कह चुका है कि जन घोषणा पत्र जो कांग्रेस ने जारी किया था जिसे कि अब रूप दिया गया है एक सरकारी दस्तावेज का तो उसे पूरा करने का पूरा दबाव बनाएंगे।
जवाब: अच्छी बात है उनका यह कर्तव्य भी है, बनाना भी चाहिए नहीं बनाएंगे तो वो लापरवाही करेंगे नंबर एक, नंबर दो- ये परम्परा मैंने ही डाली देश के अंदर पहली बार जब 1998 में मैं मुख्यमंत्री बना तब पहली केबिनेट में हमने इसी प्रकार का फैसला किया था, 2008-09 में बना दूसरी बार मुख्यमंत्री तब भी हमने मेनिफेस्टो को सरकार की कार्ययोजना का अंग बनाने का फैसला किया था मुझे ख़ुशी है कि जनता से वादे करके हम जब आते है हमें ही नहीं बल्कि हर पोलिटिकल पार्टी के दिमाग में यह भावना रहनी चाहिए जो भावना हम प्रकट करते है मेनिफेस्टो में, जनता से वादे करते है जब चुनाव जीत जाए तो उसको आधार बनाने का वादे पूरे करने का प्रयास करना चाहिए।

सवाल: सर संख्या बल के आधार पर इस बार विपक्ष मजबूत दिखाई दे रहा है।
जवाब: पिछली बार 78 थे इस बार 73 है, तब भी हमें सरकार चलाने में कोई कठिनाई नहीं आई थी, जमके हमने फैसले किये जनहित के अंदर, विकास का एक रिकॉर्ड बनाया चाहे रिफाइनरी हो, चाहे मेट्रो हो, बड़े-बड़े फैसले किये ब्रॉडगेज के भी, कोच फैक्ट्री के भी, वो अलग बात है कि हम चुनाव जीत नहीं पाये उसको हम जोड़ नहीं सकते परन्तु फैसले करने में, गवर्नेंस देने में, जनकल्याकारी योजनाएं लाने में चाहे वो दवाई फ्री की योजना हो, फ्री टेस्ट हो, पेंशन की योजना हो जो भी योजनाएं उस वक्त में बनी उसे एक इतिहास बना दिया इस बार जो हम सत्ता में जीत के आये है उसमे कई कारणों में एक कारण यह भी है कि पिछली गवर्मेंट की परफॉर्मेंस को, उसके फैसले को जन-जन याद कर रहा था पूरे प्रदेश के अंदर। गाँव में, ढाणियों के अंदर उसका भी एक कारण है कि इस बार हमारी सरकार बनी है।

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