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जयपुर। देश की राजधानी नई दिल्ली व आसपास के अधिकांश लोग राजस्थान की विभिन्न डेयरी का दूध पीते हैं। प्रदेश के विभिन्न दुग्ध उत्पादक संघ दिल्ली मिल्क सोसायटी (डी एम एस) और मदर डेयरी को प्रतिदिन करीब दो लाख लीटर दूघ का वितरण कर रहे हैं।

दिल्ली में राजस्थान डेयरी के प्रभारी रमेश मलानी बताते है कि दिल्ली मिल्क सोसायटी (डी एम एस) को अजमेर दुग्ध उत्पादक संघ द्वारा प्रतिदिन 50 हजार लीटर, जयपुर व पाली डेयरी द्वारा 20-20 हजार लीटर और भीलवाड़ा डेयरी द्वारा 10 हजार लीटर दूध का वितरण किया जा रहा है।

इसी प्रकार मदर डेयरी को हनुमानगढ़ डेयरी द्वारा 25 हजार लीटर, अजमेर व भीलवाड़ा डेयरी दुग्ध उत्पादक संघ द्वारा 20-20 हजार लीटर और बीकानेर डेयरी द्वारा 15 हजार लीटर दूध का वितरण प्रतिदिन किया जा रहा है।

मलानी ने बताया कि डी एम एस का दिल्ली के पटेल नगर में सबसे पुराना डेयरी प्लांट है। इसी प्रकार मदर डेयरी के दिल्ली व आसपास राज्यों में दस डेयरी प्लांट पडपडगंज,गजरौला,पीलखुला,मुरादाबाद रोड,सिकंदराबाद,बुलंदशहर रोड,वल्लभगढ़,सोनीपत, करनाल,भिवाड़ी,धोलपुर आदि स्थानों में है, जिन्हें राजस्थान से दूध व अन्य दुग्ध उत्पादों का वितरण किया जा रहा है।

अन्य दुग्ध उत्पाद भी है लोकप्रिय

इसके अलावा राजस्थान डेयरी के अन्य दुग्ध उत्पाद जैसे लस्सी, छाछ, पनीर, आइसक्रीम, गाय का घी व अन्य मिक्स घी, श्रीखंड,फ्लेवर पैक मिल्क,मावा,रसगुल्ले,गुलाबजामुन,बटर आदि भी दिल्ली व  राजधानीवासियों में काफी लोकप्रिय है। नई दिल्ली में बीकानेर हाउस में स्थित काउंटर इनकी बिक्री का प्रमुख केंद्र है। इसके अलावा दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में कई खुदरा बिक्री केंद्र भी है।

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