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नई दिल्ली।  रेलवे ने देश में संरक्षा श्रेणी के सभी रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया आरंभ कर दी है और रेलवे बोर्ड के नये अध्यक्ष अश्विनी लोहानी ने 13 लाख रेलकर्मियों से सीधा संवाद करते हुए ट्रेनों के परिचालन में सर्वोच्च स्तर की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।
रेलवे के सूत्रों ने आज यहां बताया कि रेलवे के सभी मंडलों में ट्रैक मैन, प्वांइटमैन और गैंगमैन की भर्ती करने के निर्देश जारी किये गये हैं। इसके अलावा देश भर में अपने कर्तव्यों के इतर कार्यों में तैनात किये गये गैंगमैनों को वापस उनके मूल काम में भेजने के निर्देश दिये गये हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस वर्ष जनवरी में ट्रैक मैनों के 50608 पद रिक्त थे जो कुल स्वीकृत पदों का 18.7 प्रतिशत है।
सूत्रों के अनुसार रेलवे मंडलों को ट्रैक मैन, प्वांइटमैन और गैंगमैन की भर्ती में यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अर्हता से कहीं अधिक शिक्षित अभ्यर्थियों को प्रोत्साहित नहीं किया जाये और शारीरिक क्षमता पर अधिक ध्यान दिया जाये।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री लोहानी ने रेलकर्मियों के नाम लिखे खुले पत्र में उनका आह्वान किया है कि ट्रेनों के संचालन में सुरक्षा का सर्वोच्‍च स्‍तर सुनिश्चित करने के लिए चौकसी बरतें और रेल यात्रियों में नए सिरे से विश्‍वास की भावना पैदा करें।
उन्‍होंने रेलवे में संरक्षा पर जोर दिये जाने के संकेत देते हुए कहा कि सुरक्षा पर हमेशा प्रमुखता से ध्‍यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने रेलवे के काम-काज में चौतरफा सुधार की आवश्‍यकता पर जोर दिया ताकि लोगों की उम्‍मीदों, अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को संतोषजनक तरीके से पूरा किया जा सके।
उन्होंने भारतीय रेलवे के समर्पित कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि रेलवे के अधिकारियों एवं अन्‍य कर्मचारियों की ईमानदारी, समर्पण और व्‍यावसायिक दक्षता का कोई मुकाबला नहीं है। इस क्षेत्र में काम कर रहे लोग व्‍यक्तिगत असुविधाओं और कठिनाइयों के बावजूद यह सुनिश्चित करते हैं कि राष्‍ट्र के पहिए सुरक्षित तरीके से घूमते रहें। यही कारण है कि भारतीय रेलवे हमारे देश में गतिशीलता का सर्वोच्‍च प्रतीक है।
उन्‍होंने कर्मचारियों की अहमियत बताते हुए कहा, “मेरे लिए ग्राहक नहीं बल्कि मेरे कर्मचारी पहले आते है। मेरा दृढ़ विश्‍वास है कि संतुष्‍ट और प्रसन्‍न कर्मचारी किसी भी संगठन की सफलता के लिए एक पूर्व शर्त है और यह महान संगठन भी कोई अपवाद नहीं है।” उन्होंने कहा कि भ्रष्‍टाचार, कार्य स्‍थलों में यौन शोषण और ड्यूटी में रहते हुए मदिरा का सेवन जैसी बुराइयों से निपटने की आवश्‍यकता है। उन्‍होंने कहा कि इन सभी सामाजिक बुराइयों से कड़ाई के साथ निपटने की जरूरत है।
श्री लोहानी ने संरक्षा के साथ साथ रेलवे स्‍टेशनों, ट्रेनों में सफाई, परिचालन अनुपात, रेलवे कर्मचारियों के कल्‍याण, समारोहों में चमक-दमक के बारे में भी बातचीत की और उन प्रक्रियाओं में सुधार करने की आवश्यकता व्यक्त की जो समय बीतने के साथ इतनी जटिल हो चुकी हैं और सभी कामों को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं। उन्होंने रेलकर्मियों से कहा कि वे भारतीय रेलवे की गौरवपूर्ण छवि को बहाल करने के लिए जोर-शोर से कार्य करें। 

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