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हैलो बीकानेर,(अविनाश आचार्य/बालकृष्ण व्यास),सादुलपुर/नोहर। शहर में इन दिनों गणगौर पूजन का सिलसिला जारी है। होली के दूसरे दिन से ही पूरे सोलह दिन चलने वाले इस पर्व में दिन में दो समय सुबह-शाम पूरी श्रद्धा के साथ कन्याओ व नवविवाहिताओं द्वारा गणगौर की पूजा की जा रही है। गणगौर पर्व को लेकर युवतियों व नवविवाहिताओंं में काफी उत्साह है। प्रात: काल समूह के रूप में गणगौर व ईसर की पूजा अर्चना की जा रही है वही घर घर गणगौर के बिन्दोरे भी निकाले जा रहे है। चैत्र शुक्ल तीज के दिन स्थानीय गणगौर चौक व नोहर के श्रीराम वाटिका में गणगौर का विशाल मेला भी लगेगा जहां सोलह दिन गणगौर पूजन करने वाली युवतियां व महिलाओं द्वारा गणगौर का विसृजन किया जायेगा। इससे पूर्व नगर पालिका की ओर से गणगौर व ईशर की भव्य सवारी बैंड बाजो के साथ शहर के मुख्य मार्गो से निकाली जाएगी जो मेला स्थल पहुंचेगी।

शिव-पार्वती का रूप है गणगौर-ईशर:– मान्यता के अनुसार गणगौर व ईशर को शिव-पार्वती का रूप माना जाता है। इस पर्व को मनाने के पीछे परम्परा है कि कुंवारी युवतियां अच्छा वर पाने व विवाहिताऐं अपने सुहाग की लम्बी आयु, सुस्वास्थ्य व परिवार की सुख-समुद्धि की कामना को लेकर गणगौर का पूजन करती है।

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