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बीकानेर । कादम्बिनी क्लब ने आज स्थानीय होटल मरुधर हेरिटेज के विनायक सभागार में सुप्रसिद्ध कवि सूर्यकान्त त्रिपाठी ष्निरालाष् की जयंती के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया । मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए श्री महारानी सुदर्शन कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉण् संजू श्रीमाली ने कहा कि निराला कि कविताओं में समकालीन विसंगतियों और विद्रूपताओं पर आक्रोश प्रकट होता हैए वे छायावाद के आधार स्तम्भ थे । उनको यथार्थवादी आदर्शवादी और प्रयोगवादी कवि माना जाता है । गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कादम्बिनी क्लब के संयोजक डॉण् अजय जोशी ने कहा कि निरालाजी को अपने जीवन काल में अनेक निराशाजनक स्थितियों का सामना करना पड़ाए परंतु उन्होंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा । निराला जी मूलतरू कल्पनाशील कवि थे । वे छायावाद के आधार स्तम्भ थे । उन्होंने साहित्य कि लगभग सभी विधाओं में लिखा उनके उपन्यास, कहानियाँ और आलोचनाएँ सामान रूप से लोकप्रिय हुई । गोष्टी में कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार गिरिराज पारीक हास्य कवि बाबूलाल छन्गाणी, भगवतीप्रसाद पारीक असद अली असद और इरशाद अजीज ने निराला के व्यक्तित्व.कृत्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला । इस अवसर पर साहित्यिक ग्रुप मगसम से जुड़े पूरे देश के रचनाकारों की कविताओं का पठन नरसिंह भाटीए सरोज भाटीए डॉ नरसिंह बिन्नानीए शिवशंकर व्यास, बीण्एलण्नवीनए मुनीन्द्रकुमार अग्निहोत्री, डॉ प्रकाश चंद वर्मा, श्रीमती कृष्णा वर्माए नगेन्द्रनारयण किराडूए डॉ जगदीश दान बारहठ, हेमचंद बांठिया आदि ने कियाण् इन कविताओं पर वोटिंग कर श्रेस्ठ कविताओं का चयन किया । ग्रुप के विनय पाठक, ज्ञान्तिसिंह, सरिता कोहिनूर, शकुन शेंडेए कमल पुरोहित, नमन धार्विकए रेखा ताम्रकार और राज शुक्ला की कविताओं को वोटिंग के परिणामों के आधार पर उत्तम माना गया । इस अवसर पर डॉ. मंजू कच्छावा ने अपनी ग़ज़ल सुनाई । डॉण्रेणुका व्यास ने अपनी कविता प्रस्तुत की । कार्यक्रम का संयोजन अजीत राज ने किया । आभार क्लब के सह संयोजक डॉण्नरसिंह बिन्नानी ने ज्ञापित कियाण्

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