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बीकानेर। भारतीय डाक विभाग, राजस्थान परिमंडल द्वारा अनुमोदित समाज सेवी सेठ भैंरूदानजी नाहटा पर विशेष आवरण व विरुपण का लोकार्पण मुख्य डाकघर में आयोजित समारोह में डाक अधीक्ष्क एस.एस.शेखावत, वरिष्ठ डाक टिकट संग्रहक प्रेम रतन मारू, फिल्मों के चरित्र अभिनेता प्रदीप मारू आदि अतिथियों ने किया।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ डाक टिकट संग्रहक प्रेमरतन मारू ने कहा कि डाक विभाग की अनेक सेवाएं उल्लेखनीय हंै, आम जन इससे जुडक़र लाभ उठा सकता है। व्य€ित को हमेशा पोस्ट की तरह गंतव्य लक्ष्य प्राप्त करने के प्रयास करने चाहिए। बीकानेर में एक दिसम्बर 1895 में जन्में भैरूदान नाहटा ने बीकानेर में ही ’’वाणिका (महाजनी) शिक्षण के उपरान्त हिन्दी व अंग्रेजी के अध्यन के साथ साथ धर्मिक क्रियाओं का अभ्यास करवाया । धार्मिक व सामाजिक कार्यों के कारण उन्हेंाने अनेक उल्लेखनीय कार्य किएं वे अभय जैन ग्रंथालय एवं शंकर दान कला जीवन के संस्थापकों में से एक थे। इन संस्थाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए गोगागेट घूमच€कर पर अपना एक भवन उन्होंने दन दे दिया। उनमें विनय, विवेक और सादगी जन्मजात गुण थे। सेठ भैंरूदान नाहटा पर टिकट जारी कर डाक विभाग ने बीकानेर की धार्मिक व भामाशाहों की परम्परा को पुष्ट किया तथा बीकानेर में परोक्ष-अपरोक्ष रूप से सहयोग करने वाले सदा याद किए जाएंगे।
डाक अधीक्षक एस.एस.शेखावत ने कहा कि डाक विभाग डाक को गंतव्य स्थान पर पहुंचाने के साथ विशिष्टजनों पर विशेष आवरण व विरुपण का प्रकाशन, डाक टिकट का प्रकाशन करने के साथ भारत सरकार की अनेक जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम लोगों को दिलाते हैं। इनमें ग्रामीण व शहरी डाक बीमा योजना व अन्य योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि डाक घर में भी अनेक लोक वर्तमान में बचत खाते खुलवाकर लाभ ले रहे हैं। कार्यक्रम में सहायक डाक अधीक्षक अजय चुघ व स्वर्गीय भैंरूदान नाहटा के पौत्र विकास नाहटा व कृति स्वामी ने आयोजन के महत्त्व को उजागर किया।
इस अवसर पर बीकानेर केगौरव सेठ भैरूंदानजी नाहटा विवरणिका का लोकार्पण किया गया। विवरणिका को बीकानेर मूल के दिल्ली प्रवासी ललित नाहटा ने तैयार किया है।

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