बीकानेर। देश की भावी पीढ़ी सबल और सक्षम बने इसके लिए कुपोषण मुक्ति स्वास्थ्य विभाग का प्राथमिक कार्य होना चाहिए सभी चिकित्सक अपने क्षेत्र में सघन सर्वे करवाएं। अतिकुपोषित व अनीमिया ग्रस्त बच्चों को कुपोषण उपचार केंद्र तक लाएं। जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने स्वास्थ्य भवन सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में अपने संबोधन से स्पष्ट कर दिया कि जिले के सभी कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण से लेकर उपचार और पोषण आपूर्ति में स्वास्थ्य व आईसीडीएस विभाग दोनों को पूर्ण समन्वय के साथ लगना होगा।
उन्होंने कुपोषण के नुकसान और सही पोषण के लाभ बच्चे की माँ तक पहुंचाने के लिए सघन जागरूकता की आवश्यकता जताई। ढांचागत सुधार में हो रही देरी को लेकर तल्ख हुए जिला कलेक्टर ने सभी चिकित्सकों को अस्पतालों के ढांचागत सुधार के लिए 31 मई तक का अल्टीमेटम दे दिया जिसमे उन्हें सभी नकारा सामानों का निस्तारण भी करना होगा। कलक्टर ने मौसमी बीमारियों पर पैनी नजर रखने, फील्ड सर्विलांस बढ़ाने और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी द्वारा निःशुल्क दवा, जांच योजना, एएनसी, टीकाकरण, परिवार कल्याण, टीबी उन्मूलन व अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक में आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इंदिरा प्रभाकर, डॉ. योगेन्द्र तनेजा, डॉ. ओ.पी.सुतार, डॉ. नवल किशोर गुप्ता सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, बीसीएमओ, बीपीएम व ग्रामीण चिकित्साधिकारी प्रभारी उपस्थित रहे।
हर माह किन्ही 2 अस्पतालों को देना होगा प्रगति का प्रेजेंटेशन
भविष्य में होने वाली प्रत्येक माह की डीएचएस बैठक में सभी अस्पताल प्रभारी अपने अस्पताल में और अपने सेक्टर में हुए कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रेजेंटेशन के रूप में लेकर आएँगे और जिला कलेक्टर रैंडम किन्ही 2 की प्रेजेंटेशन देखंगे। जिसमे उन्हें उस माह में हुई समस्त गतिविधियों और स्वास्थ्य सूचकांकों का लेखा जोखा देना होगा। साथ ही हर माह जिला एवं खंड स्तरीय अधिकारीयों की भ्रमण रिपोर्ट भी सदन के समक्ष रखने के निर्देश जिला कलेक्टर ने दिए।
अनुपस्थित 2 डॉक्टरों पर हुई कार्यवाही
डीएचएस बैठक में अनुपस्थित रहे प्रभारी चिकित्साधिकारियों पर जिला कलेक्टर खफा रहे और 2 चिकित्सकों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दे डाले। पीएचसी नाथूसर के डॉ. जगदीश स्वामी को लगातार बिना अनुमति अस्पताल व बैठकों से अनुपस्थित रहने पर एपीओ कर दिया गया जबकि राजासर भाटियान के डॉ. मुकेश को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सीएमएचओ ने स्पष्ट किया कि बैठक में अस्पताल के प्रभारी ही पहुँचे ताकि जिम्मेदारी तय की जा सके।
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कोटपा एक्ट के लिए डीएलसीसी बैठक आयोजित
कोटपा एक्ट 2003 की पालना के लिए डीएचएस के साथ जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक भी आयोजित की गई जिसमे धूम्रपान करने वालों और अन्य उल्लन्घंकर्ताओं पर चालान कार्यवाही की समीक्षा की गई। साथ ही 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाने व आगामी वर्ष में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन की कार्ययोजना भी बनाई गई।