8 नवंबर को नोटबंदी की पहली सालगिरह पर सरकार ने कविता, निबंध लेखन, चित्रकारी, वीडियो और ऐसी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करने की घोषणा की है। इसका उद्देश्य लोगों को नोटबंदी के फायदों और आर्थिक नीतियों के प्रति जागरूक करना है। केंद्र सरकार की वेबसाइट माईजीओवी डॉट इन पर जारी एक अधिसूचना के अनुसार इन प्रतियोगिताओं का मकसद लोगों को रचनात्मक तरीके से भ्रष्टाचार तथा कालाधन के खिलाफ मुहिम में जोड़ना है। उसमें कहा गया है कि इससे जागरूकता बढ़ाने और राष्ट्र के भविष्य की लड़ाई में आगे के कदम को प्रोत्साहित करने में और जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
नोटबंदी के बाद टैक्स रिटर्न की ई-फाइलिंग 17% बढ़ी, 3.21 करोड़ IT रिटर्न हुए ऑनलाइन फाइल इसमें कहा गया है कि आठ नवंबर 2016 की तिथि को देश के लिए स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। इसमें कहा गया है कि इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी। नोटबंदी काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में क्रांतिकारी कदम था। जन भागीदारी का अप्रत्याशित प्रदर्शन करते हुए 125 करोड़ लोग देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रधानमंत्री के पीछे कंधा से कंधा मिलाकर खड़े हो गए थे। यह भी पढ़ें: 28% GST स्लैब में आने वाली वस्तुओं की संख्या सरकार करेगी कम, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिए संकेत वेबसाइट पर निबंध प्रतियोगिता के लिए भ्रष्टाचार तथा कालाधन के खिलाफ रचनाएं मंगाई गई हैं।
इसके साथ ही लोगों से इस लड़ाई को आगे और मजबूत करने संबंधी सुझाव भी मांगे गए हैं। वीडियो के लिए कहा गया है कि उनमें लड़ाई की उपलब्धियों और इसकी सामूहिक प्रकृति पर जोर दिया गया हो तथा यह लोगों को इससे जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करता हो। कविताएं लयबद्ध होनी चाहिए। रचनाएं भेजने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। नोटबंदी, जीएसटी का प्रभाव छूट चुका है पीछे, अब केवल वृद्धि पर है नजर: जेटली प्रत्येक श्रेणी में विजेता को दो लाख रुपए, दूसरे स्थान पर रहने वाले को एक लाख रुपए और तीसरे स्थान पर रहने वाले को 50 हजार रुपए का ईनाम दिया जाएगा।
इनके अलावा पांच लोगों को 25-25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।