हैलो बीकानेर । कलम के धनी वरिष्ठ पत्रकार बजरंग शर्मा का बुधवार शाम असामयिक निधन हो गया। शर्मा 64 वर्ष के थे, वे अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र और तीन पुत्रियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन की सूचना से हर कोई स्तब्ध रह गया। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह नौ बजे नत्थूसर गेट के बाहर सेवगों की बगेची स्थित श्मशान गृह में होगा।
शर्मा ने पत्रकारिता की शुरूआत वर्ष 1981 में बीकानेर से प्रकाशित होने वाले दैनिक अधिकार से की थी। बाद में वे वर्ष 1987 में राजस्थान पत्रिका के बीकानेर संस्करण से जुड़ गए। अप्रेल 2011 में पत्रिका के श्रीगंगानगर संस्करण से सेवानिवृत्त हो गए। हालांकि इसके बाद भी उन्होंने बीकानेर संस्करण में अस्थायी सेवाएं दी। निष्पक्ष और निडरता से पत्रकारिता के चलते शर्मा ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई थी। उनका सौम्य और मधुर स्वभाव हर किसी का दिल जीत लेता था। उनके धीमे अंदाज में पूछे जाने वाले तीखे सवालों से बड़ी-बड़ी शख्सियतें बगले झांकने को मजबूर हो जाती थी। अपने पत्रकारिता जीवन में उन्होंने अपराध, राजनीति से संबंधित खबरों में विशिष्ट छाप छोड़ी। वरिष्ठ पत्रकार संतोष जैन ने बताया कि मुझे उनके साथ दैनिक अधिकार और राजस्थान पत्रिका में काम करने का सौभाग्य मिला। वे कलम के धनी तो थे ही, साथ ही उनका स्वभाव भी बहुत मधुर था।
मैं संयोग से कल ही उनके घर तबीयत पूछने गया था, तब वे एक्सरसाइज करने के लिए बाहर गए हुए थे, पिछले कुछ दिनों से उनके कमर में दर्द था। मुझे इस बात का हमेशा मलाल रहेगा कि मैं उनसे मिल नहीं सका। शर्मा के परिजनों ने बताया कि बुधवार शाम उनकी तबीयत बिगड़ी तो कोठारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने अंतिम सांस ले ली। शर्मा के निधन पर विभिन्न पत्रकार संगठनों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। जार के श्याम मारू, भवानी जोशी, नीरज जोशी, वरिष्ठ पत्रकार लूणकरन छाजेड़, दिलीप भाटी, बीकानेर प्रेस क्लब के सुरेश बोड़ा, अपर्णेश गोस्वामी, विमल छंगाणी, शिव भादाणी, बृजमोहन आचार्य, जयनारायण बिस्सा, मोहम्मद अली पठान, रवि बिश्नोई, लक्ष्मण राघव, बृजमोहन रामावत, के. के. सिंह, अजीज भुट्टा, मनीष पारीक, राजेश छंगाणी, राजेश ओझा, जयभगवान उपाध्याय, जे. पी. गहलोत, जितेन्द्र व्यास, रवि पुगलिया, नवीन शर्मा, मनमोहन अग्रवाल, नरेश मारू, आनंद आचार्य, राजेश रतन व्यास, ओम दईया, मुकेश पूनिया, भरत शर्मा, जितेन्द्र नागल, राजेश सकसेना, आर. सी. सिरोही, नारायण बाबू आदि पत्रकारों ने शर्मा के निधन को पत्रकार जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हरिशंकर आचार्य, सहायक जनसंपर्क अधिकारी राजेन्द्र भार्गव, शरद केवलिया, शिवकुमार सोनी ने कहा कि पत्रकार जगत को उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।