बीकानेर hellobikaner.com जिले में कोविड नियंत्रण के लिए सैम्पलिंग साइज बढ़ाते हुए अब रोजाना 3000 से अधिक सैंपल्स की जांच की जाएगी। जिला कलक्टर नमित मेहता ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में अधिकारियों को ये निर्देश दिए।
जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि कोविड 19 संक्रमण एक असाधारण स्थिति है इसलिए चिकित्सा, पुलिस, प्रशासन के समन्वित प्रयास कोरोना नियंत्रण की पहली आवश्यकता है। मेहता ने प्राचार्य सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज और सीएमएचओ को निर्देश दिए कि वर्तमान में बीकानेर की कोरोना जांच क्षमता 3500 है, इसका अधिकतम उपयोग हो यह सुनिश्चित किया जाए। सीएमएचओ को ग्रामीण क्षेत्र में सैम्पलिंग तथा प्राचार्य मेडिकल काॅलेज को शहरी क्षेत्र में सैम्पलिंग संख्या बढाने की जिम्मेवारी देते हुए मेहता ने कहा कि सैंपल कार्य में लगी टीमों की संख्या बढाएं और यह भी सुनिश्चित हो कि गैर लक्षण मरीजों (एसिम्प्टेमेटिक) की भी पहचान हो। उन्होंने कहा कि कम्प्यूनिटी में स्प्रैड ना हो इसके लिए आवश्यक है कि जो भी पाॅजिटीव मिले उनके काॅन्टेक्ट ट्रैसिंग का काम जल्द से जल्द हो जाए। उन्होंने कहा कि ब्लाॅक सीएमओ को अधिक एक्टिव करते हुए सहयोग लिया जाए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आईईसी गतिविधियां बढ़ाई जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध वर्तमान बेड क्षमता को बढ़ाने के लिए संसाधनों को समुचित उपयोग हो। सभी नगर पालिका तथा नगर निगम क्षेत्र में कोविड केयर सेंटर तैयार हो साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इन सेंटर पर साफ-सफाई, भोजन आदि की उचित व्यवस्था हो। नमित मेहता ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए कोर टीम में टीम भावना का होना बहुत जरूरी है। संक्रमण पर समय पर नियंत्रण के लिए समस्या का बेस्ट इंटरस्ट में समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सैंपल देने ज्यादा लोग आते हैं तो अतिरिक्त सेंटर बनाकर तथा टीम लगाकर प्राथमिकता के आधार पर सैंपल लें।
रोजाना होगा रिव्यू, रोजाना करेंगे विजिट
जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि वे स्वयं कर्फ्यू एरिया में सभी सम्बंधित विभाग के अधिकारियों के साथ रोजाना भ्रमण करेंगे और कोरोना की स्थिति पर भी रोजाना रिव्यू किया जाएगा। पुलिस के साथ समन्वय बढ़ाने पर जोर देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि निषेधाज्ञा प्रभावित क्षेत्र में सख्ती से नियमों की अनुपालना हो। इसके लिए प्रभावी माॅनिटरिंग करें और फील्ड आॅफिसर्स के साथ बेहतर समन्वय किया जाए। किसी भी क्षेत्र में अंतिम पाॅजिटीव मिलने के सात दिन बाद निषेधाज्ञा हटा दी जाए जिससे सामान्य जनजीवन चालू हो सके और लोगों को परेशानी ना हो।
मेहता ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में साफ-सफाई, जांच, उपचार सहित समस्त व्यवस्थाएं सुधरे इसके लिए अतिरिक्त प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को भी अहम जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन के पास जो भी उपलब्ध संसाधन है उनका शतप्रतिशत उपयोग करते हुए यदि और संसाधनों की आवश्यकता हो तो इस बारे में अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि आमजन को राहत के लिए अधिकारियों को प्रोएक्टिव होकर काम करें। पुलिस अधीक्षक प्रहलाद कृष्णिया ने कहा कि कोविड की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग करने को तत्पर है। निषेधाज्ञा क्षेत्र में नियमों को सख्ती से लागू करवाने तथा काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के कार्य में भी पुलिस का पूरा सहयोग रहेगा। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए एच गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) सुनीता चैधरी, यूआईटी सचिव मेघराज सिंह मीना, प्राचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ एस एस राठौड़, बीकानेर एसडीएम रिया केजरीवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीना, सीएमएचओ डाॅ बी एल मीना, डाॅ सुरेन्द्र वर्मा सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।