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मौन साधना का सम्मान परम आवष्यक है
हैलो बीकानेर,। शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान द्वारा कवि कमल किशोर पारीक का सम्मान किया गया । जयनारायण व्यास कालोनी में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में अतिथियों ने पारीक को माल्यार्पण, शॉल, सम्मान पत्र, श्रीफल भेंट कर उनकी साहित्यिक सेवाओं की चर्चा की ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री संगीत भारती के निदेषक डा0 मुरारी शर्मा ने कहा कि बीकानेर की साहित्य संस्कृति से संस्कारित कवि कमल किषोर पारीक साहित्य जगत के मौन साधक है जिनकी काव्य रचनाओं में समय का गहन चिंतन है । कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ चित्रकार मुरली मनोहर के0 माथुर ने कहा कि पारीक की रचनाएं बीकानेर के सांस्कृतिक रंगों से ओतप्रोत है । कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि फिल्मकार मंजूर अली चंदवानी ने कहा कि पारीक की रचनाओं में सषक्त अभिव्यक्ति और प्रभावी प्रस्तुतिकरण है । प्रो0 डा0 नरसिंह बिन्नानी ने कहा कि पारीक के रचनाकर्म में समय का सत्य और भाषा का अनूठा प्रबन्धन है । कादम्बिनी क्लब के अध्यक्ष डा0 अजय जोषी ने कहा कि पारीक के रचनाकर्म का समग्र प्रकाषन आवष्यक है । संस्थान के संयोजक अषफाक कादरी ने कहा कि पारीक की मौन साधना से निकले कविता के स्वर आम अवाम से सीधा संवाद स्थापित करते है । कार्यक्रम में वरिष्ठ रंगकर्मी बी0 एल0 नवीन ने पारीक के सम्मान में अपनी नाटय प्रस्तुति दी । संस्थान के सचिव राजाराम स्वर्णकार ने पारीक की काव्य यात्रा पर प्रकाष डालते हुए सम्मान पत्र का वाचन किया । सम्मान कार्यक्रम में श्रीमती सुमन पारीक, श्रीमती स्वाति पारीक, सुधा पारीक, संजय पारीक साक्षी बने । युवा संगीतज्ञ डा0 असित गोस्वामी ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।

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