हैलो बीकानेर (जयनारायण बिस्सा)। समस्याओं का समाधान नहीं होने से आक्रोशित बीक ानेर के निवासियों ने पीबीएम प्रशासन के विरोध में मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षण अजीबो गरीब तरीके से किया। पीबीएम हेल्प लाईन कमेटी के बैनर तले शहरवासियों ने पीबीएम में हो रही अनियमितताओं व लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ 51 फीट लंबा ज्ञापन जिला कलक्टर अनिल गुप्ता को सौंपा। ज्ञापन में अवगत करवाया गया है कि पीबीएम के चिकित्सक निजी अस्पतालों में जाकर मरीजों का उपचार व शोषण कर रहे है। इतना ही नहीं पीबीएम में जांचें नहीं हो रही है,मशीनें खराब पड़ी है। सफाई व्यवस्था चरमाराई हुई है,अस्पताल समय में चिकित्सक निजी अस्पतालों में जांच इत्यादि का काम कर रहे है। बार बार सरदार मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ आर पी अग्रवाल को अवगत कराने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है। जबकि कमेटी ने सारे दस्तावेज प्राचार्य को भी सौंपे है। कमेटी अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह राजपुरोहित ने जिला कलक्टर को अवगत करवाया कि मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ आर पी अग्रवाल अपने पद का दुरपयोग कर अपने दामाद डॉ पंकज टाटिया सहित पीबीएम,कैंसर अस्पताल के अनेक अनुभागों में अपने चहेतों को लाभ पहुंचा रहे है। राजपुरोहित की अगुवाई में गंगाथियेटर से रैली निकाली और कलक्टर कार्यालय के समक्ष पीबीएम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन करने वालों में बृजमोहन भाटी,रमेश भार्गव,नथसा टाक,ओम कुलडिया,दीपक सिंह,अशोक शर्मा,अनोप सिंह,राजेन्द्र सिंह शेखावत,राजकुमार प्रजापत,सुनील दाधीच प्रमुख थे।
कार्यवाही नहीं तो करेंगे अनशन
राजपुरोहित ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसे भ्रष्ट चिकित्सकों,मेडिकल कॉलेज प्राचार्य व पीबीएम में व्याप्त अनियमितताओं की जांच सही तरीके से कर 15 दिनों में कार्यवाही नहीं की गई तो वे अपने साथियों के साथ मेडिकल कॉलेज परिसर के आगे आमरण अनशन पर बैठेंगे।
सौंपी चिकित्सकों की फेरिस्त
ज्ञापन देने गये शिष्टमंडल ने जिला कलक्टर को एक सूची सौंपी है जिसमें डॉ दयाल शर्मा,संदीप गुप्ता,मनोहर दावां,जितेन्द्र नांगल,राजेन्द्र बोथरा,सुरेन्द्र चौपड़ा,मुकेश आर्य जैसे सरीखे चिकित्सक बीकानेर ही नहीं बल्कि नोखा व श्री डूंगरगढ़ के निजी अस्पातलों में जाकर ईलाज कर रहे है। इनके नामों के साईन बोर्ड में इन स्थानों पर लगे है। इसकी शिकायत डॉ आर पी अग्रवाल को सबूतों के साथ करने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इतना ही नहीं कैंसर अस्पातल में कार्यरत डॉ पंकज टाटिया को डॉ अग्रवाल ने बिना पद के यहां लगा रखा है,वहीं डॉ मेघराज बरडिय़ा को भी लाभ दिलाने के उद्देश्य से सरकार के सेवा नियमों के विरूद्व निदेशक बनाकर कर करोड़ों रूपये का घालमेल किया जा रहा है।
जांच का दिया आश्वासन
जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने सक्रियता दिखाते हुए पीबीएम में एक कमेटी बनाकर शिकायतों की जांच का आश्वासन दिया है और दोषियों के खिलाफ जल्द कार्यवाही करने की बात कही है।
अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ने लगाई फटकार
इधर हाईकोर्ट के आदेशों की अनुपालना नहीं करने को लेकर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त डॉ राकेश शर्मा ने पीबीएम अधीक्षक व मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को जमकर फटकार लगाते हुए कार्यवाही के निर्देश दिये है। मंगलवार को डॉ शर्मा से हाईकोर्ट में केस जीतने वाले संविदाकर्मी मिले थे। जिन्होंने अवगत करवाया कि डॉ आर पी अग्रवाल कोर्ट के आदेशों को नहीं मान रहे है। जबकि उनके पास आदेशों की प्रति भी पहुंच गई है। इस पर डॉ शर्मा ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से फोन पर बात कर कॉलेज और पीबीएम में संचालित प्लेसमेंट एजेन्सियों की संख्या देने,इन एजेन्सी से कितने कार्मिकों को लगाया गया है और कार्मिकों को कितना वेतन दिया जा रहा है। इसकी जानकारी तुरंत उपलब्ध करवाने को कहा है। साथ ही केस जीतने वाले कार्मिकों को नौकरी देने की बात भी कही।