बीकानेर : दिनों दिन बिगड़ रहे है पीबीएम अस्पताल के हालात
हैलो बीकानेर, जय नारायण बीस्सा । बीकानेर पीबीएम अस्पताल का पूरा नाम प्रिंस बिजय सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल जरुर है। लकिन आजकल यहाँ के राजकुमार कोई बने हुवे है जी हां जैसा की आपने फोटो में देखा वो सही है आजकल पता ही नहीं चलता है की ये अस्पताल है या जन्तुआलय। जहां देखों कोई न कोई जानवर घूमता ही नजर आता है। कभी कुत्ता तो कभी गाय तो कभी संाड। यहां का प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता क्या। ये कहना है यहां बीकानेर से बाहर आने वाले रोगियों और उनके परिजनों का जो पीबीएम में अपना ईलाज करवाने के लिये भर्ती है। बताया जाता है कि ये रोगी पीबीएम में विचरण करने वाले कुत्तों,सांड़ों और चूहों से खासे परेशान है। जो दिन रात अलग अलग वार्डों में कही भी देखे जा सकते है। इसको लेकर रोगियों के परिजनों ने अनेक बार वार्डों में कार्यरत चिकित्सकों और स्टॉफ से शिकायत भी की है किन्तु इनकी सुनने वाला कोई नहीं है। ये जिम्मेदार लोग रोगियों और उनके परिजनों की बात को टालमटोल कर अपने ही कार्य में व्यस्त रहते है। वार्डों में ये कुत्ते विचरण ही नहीं करते बल्कि रोगी के पलंग के नीचे बैठ जाते है,जिससे रोगियों व उनके परिजनों में आतंक का माहौल है। ऐसा ही नजारा रविवार को एफ वार्ड में देखने को मिला जहां अल सुबह से दोपहर बाद तक कुत्तों का जमावड़ा इस वार्ड में लगा रहा।
मरीज नीचे जमीन पर कुत्ते उनके पास
संभाग के सबसे बड़े अस्पताल की हालत ये है कि वार्डों में इतने कुत्ते घूम रहे है कि उनकी वजह से मरीज जबरन छुट्टियां लेकर घर वापसी कर रहे है। कई वार्डों में तो स्थिति ये है कि मरीज को पलंग पर जगह नहीं मिलने पर उसका इलाज जमीन पर चल रहा होता है तो उस वार्ड में उसके नजदीक ही कुते आकर बैठ जाते है। ऐसे में ड्रिप चढ़ती मरीज की स्थिति न तो उगलते की बनती है न निगलते की। कुछ दिन पहले एफ वार्ड में ऐसा ही देखने को मिला जब एक महिला मरीज के खून चढ़ रहा था और उसके पास कुत्ता आकर बैठ गया। बड़ी मुश्किल से उसे भगाया।
जोधपुर सांसद से की शिकायत
रविवार को बीकानेर आये जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह को पीबीएम हेल्प कमेटी के पदाधिकारियों ने शिकायत की। उन्होंने अवगत करवाया कि आये दिन इस अस्पताल में जानवर घूमते नजर आते है। जिससे रोगियों व उनके परिजनों में भय का वातावरण है। पीबीएम प्रशासन को अनेक बार अवगत करवाया परन्तु स्थिति वहीं ढाक के तीन पात वाली है। बार बार पीबीएम में हो रही अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार को भी बदनामी झेलनी पड़ रही है।
निरीक्षण को लेकर एकराय नहीं
पीबीएम के हालात को सुधारने के लिये अतिरिक्त संभागीय आयुक्त द्वारा किये जा रहे निरीक्षण को लेकर जिले और राज्य को प्रशासनिक अधिकारी एक राय नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जहां स्वास्थ्य शिक्षा सचिव आनंद कुमार ने ऐसे निरीक्षण पर रोक से इंकार किया है तो वहीं संभागीय आयुक्त सुवालाल ने निरीक्षण नहीं करने की बात कही है। ऐसे में अस्पताल की अव्यवस्थाओं का खामियाजा बीकानेर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।