मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बालिका शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित-डॉ. विश्वनाथ
हैलो बीकानेर। संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश में बालिका शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित हुए हैं। बालिकाएं भी पूर्ण मनोयोग के साथ शिक्षा ग्रहण करते हुए देश और दुनिया में मिसाल कायम करें।
डॉ. मेघवाल गुरूवार को राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में मेघावी छात्रा स्कूटी वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का जो संदेश दिया है, राज्य सरकार उस दिशा में लगातार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री की पहल पर प्रदेश की पांच हजार स्कूलों को क्रमोन्नत करते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर उच्च माध्यमिक स्कूलें स्थापित की गई हैं। इनसे ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
संसदीय सचिव ने कहा कि पढ़ी-लिखी एक बेटी, दो परिवारों को रोशन करती हैं। इसे ध्यान रखते हुए अभिभावक बेटियों को खूब पढ़ाएं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए मुख्यमंत्री द्वारा ‘भामाशाह योजना’ चलाई गई है। इससे विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को योजनाओं का सीधा एवं त्वरित लाभ मिल रहा है। उन्होंने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में भी बताया। संसदीय सचिव ने महाविद्यालय में सभी आधारभूत सुविधाओं के विकास एवं हॉस्टल की समस्या के समाधान के लिए हरसंभव प्रयास का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री से वार्ता करेंगे।
संसदीय सचिव देंगे छात्राओं को हैलमेट
संसदीय सचिव ने स्कूटी प्राप्त करने वाली छात्राओं को यातायात नियमों की अनुपालना करने का आह्वान किया। उन्होंने स्कूटी प्राप्त करने वाली सभी 44 छात्राओं को अपनी ओर से हैलमेट उपलब्ध करवाने की घोषणा की। डॉ. मेघवाल ने गत वर्ष भी स्कूटी प्राप्त करने वाली 35 छात्राओं को हैलमेट दिए थे।
राजकीय डूंगर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. बेला भनोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दी गई यह ‘स्कूटी’ महिला सशक्तीकरण का प्रतीक है। छात्राएं अधिक से अधिक अंकों से साथ शिक्षार्जन करते हुए यह उपलब्धि हासिल करें। सहायक निदेशक (कॉलेज शिक्षा) डॉ. दिग्विजय सिंह ने कहा कि 9 से बारहवीं तक राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिका, जो बारहवीं में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करती है तथा अभिभावकों की वार्षिक आय 2.5 लाख से कम है, इस योजना की पात्र है।
महारानी सुदर्शन महाविद्यालय के प्रचार्य डॉ. उमाकांत गुप्त ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा स्कूटी वितरण कार्यक्रम के बारे में बताया। स्कूटी वितरण कार्यक्रम प्रभारी ऋषभ जैन ने बताया कि इस वर्ष राजकीय महारानी सुदर्शन महाविद्यालय की 24, राजकीय डूंगर महाविद्यालय की 14, नोखा महाविद्यालय की पांच और लूनकरणसर महाविद्यालय की एक सहित कुल 44 छात्राओं को स्कूटी दी गई है। उपाचार्य डॉ. पुष्पा चौहान ने आभार जताया। इससे पहले संसदीय सचिव ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन करते हुए कार्यक्रम की शुरूआत की।