हैलो बीकानेर । गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्ति को महज पांच रूपये में नाश्ता तथा आठ रूपये में सुबह एवं शाम का भोजन उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई ‘अन्नपूर्णा रसोई’ योजना के बेहद सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। बीकानेर शहर के पांच प्रमुख स्थानों पर अन्नपूर्णा रसोई वैन के माध्यम से जून तक लगभग 1 लाख 80 हजार लोग इससे लाभांवित हो चुके हैं।
‘अन्नपूर्णा रसोई’ पच्चीस वर्षीय अमित की दिनचर्या का अभिन्न अंग बन चुकी है। अमित ने बताया कि घर परिवार से बिछड़ने के बाद करीब 15-16 वर्षों से रेलवे स्टेशन में कूलियों को सहयोग करके और हाथ गाडा चलाकर प्रतिदिन अधिकतम 80-100 रुपए मजदूरी करता है। कभी मजदूरी होती है, कभी नहीं। इतनी सी राशि से भोजनालय, ढाबे या होटल से दो जून की रोटी का बंदोबस्त नहीं हो पाता और कईं बार उसे भूखा ही सोना पड़ता।
लेकिन अब ‘अन्नपूर्णा रसोई’ ने उसकी चिंता खत्म कर दी है। अब महज इक्कीस रूपये में वह सुबह नाश्ता एवं दो दो वक्त का खाना खा लेता है। भादरा से कोर्ट की पेशी पर बीकानेर आए 65 वर्षीय मंगतू खां ने बताया कि जूनागढ़ के पास ‘अन्नपूर्णा रसोई वैन’ पर उसने सिर्फ आठ रूपये में भरपेट भोजन कर लिया। जूनागढ़ के पास दिहाड़ी मजदूरी करने वाला रामलाल वाल्मीकि, इंजीनियरिंग महाविद्यालय में अध्ययनरत सवाई माधोपुर के विक्रम मीणा, छत्तरगढ़ की भंवरी देवी और कोडाराम जाट सहित अनेक लोग ‘अन्नपूर्णा रसोई’ के माध्यम से शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन पाकर सरकार की इस अभिनव पहल की सराहना करते नहीं थकते।