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हैलो बीकानेर , लूनकरनसर।  विद्यार्थी जीवन में रचनात्मक प्रवृत्ति के विकास के लिए व्यापक प्रयासों की आवश्यकता है ताकि बच्चे सृजन की और उन्मुख हो सके। ये उद्गार युवा कवि व चित्रकार राजूराम बिजारणियां ने व्यक्त किए। वे शनिवार को स्थानीय राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय की विद्यालय पत्रिका ‘कलरव’ के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। विशिष्ट अतिथि बाल साहित्यकार रामजीलाल घोड़ेला ने कलरव को एक बेहतरीन प्रयास बताते हुए कहा कि विद्यालय की भित्ती पत्रिकाओं में लिखने वाले बच्चे आगामी समय में साहित्य के राष्ट्रीय फलक पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। समारोह में विशिष्ट अतिथि लोक साहित्य मर्मज्ञ ओंकार नाथ योगी ने कहा कि  पाठ्यक्रम के सीमित दायरे से बाहर निकलकर विद्यार्थियों को सृजनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए बहुमुखी अवसर उपलब्ध करवाए जाने चाहिए।  अधिवक्ता महीपाल सारस्वत ने राजकीय विद्यालयों में पुस्तकालयों के  सुचारु पुस्तकालयों के सुचारु संचालन के लिए पुस्तकालय अध्यक्षों के रिक्त पदों पर अविलंब नियुक्ति की आवश्यकता बताई। व्याख्याता डॉ मदन गोपाल लढ़ा ने कहा कि ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों में अद्भुत प्रतिभाएं हैं जिनको मंच उपलब्ध करवाए जाने की जरूरत है। इससे पूर्व अतिथियों ने कलरव पत्रिका के विशेषांक का लोकार्पण किया। नोडल प्रधानाचार्य दिलीप कुमार हर्ष ने विद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा भित्ती पत्रिका के नियमित प्रकाशन की जानकारी दी । शिक्षक नेता रेवंत राम गोदारा ने सभी विद्यालयों में इस प्रकार के रचनात्मक कार्यों की जरूरत बताई। इस अवसर पर  व्याख्याता माधोराम टाक, पवन कुमार सिंह, भागूराम महला ने विचार रखे। समारोह में कलरव के विद्यार्थी संपादक डूंगरराम, अमन खान, विष्णु गोदारा व कला सम्पादक रुस्तम अली को अतिथियों द्वारा साहित्य प्रदान कर पुरस्कृत किया गया।

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