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राउमावि गिर्राजसर अजोला घास के उत्पादन की दी जानकारी

हैलो बीकानेर। परम्परा बीकानेर द्वारा श्रीकोलायत तहसील के गांव गिर्राजसर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भारतीय परम्परा चेतना अभियान के दूसरे सत्रा के तहत गौ संरक्षण के तहत अजोला घास के उत्पादन एवं पल्लवन का कार्यक्रम रखा गया। इस कार्यक्रम के तहत परम्परा बीकानेर द्वारा विद्यालय परिसर में अजोला घास का लघु प्लांट विद्यालय के उपयोगार्थ तैयार करवाया गया।

कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में परम्परा संस्था के संयोजक डॉ. श्रीलाल मोहता ने कहा कि गत वर्षों में जिस प्रकार से बीकानेर जिले में समय पर वर्षा की न्यूनता रही है जिससे पशुओं के लिए पौष्टिक चारे की निरंतर अपर्याप्तता रही है। ऐसी विकट स्थिति की निरंतरता में पशुओं के लिए घर पर ही पौष्टिक चारे के रूप में अजोला घास का उत्पादन एक बेहतर विकल्प के रूप में प्रसिद्ध हो रहा है। इस घास का उत्पादन अपने घर पर बहुत ही कम लागत और घरेलू संसाधनों से पर्याप्त मात्रा में किया जा सकता है। इस कार्यक्रम से हमारा उद्देश्य गांव के पशुपालकों में पशुओं के लिए पौष्टिक चारे के रूप में अजोला घास को अपनाने के प्रति जागृति उत्पन्न करना है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  शाला के प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार मल्होत्रा ने कहा कि इस अजोला घास के प्लांट को हम अपने घर पर बहुत ही कम लागत में लगा सकते हैं। साथ ही इसकी देखभाल भी बहुत ही आसान है। भविष्य में अजोला घास पशुओं के लिए पौष्टिक चारे के रूप में स्थापित होने की पूर्ण संभावना है।

इस क्रम में उरमूल सीमांत बज्जू के परियोजना समन्वयक राजेन्द्र कुमार ने अजोला घास के प्लांट निर्माण, बीज रोपण, घास के एकत्रिकरण, सुचारू जल व्यवस्था एवं अजोला घास के उपयोग करने के तरीकों पर प्रायोगिक रूप से आगन्तुकों को अवगत करवाया।  कार्यक्रम का संयोजन संस्था परिवार के ओमप्रकाश सुथार द्वारा किया गया और आगन्तुकों के प्रति आभार संस्था परिवार उमाशंकर आचार्य द्वारा किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के शिक्षकगण, विद्यार्थियों, स्थानीय ग्रामीणों एवं संस्था परिवार के कार्यकर्ताओं की सक्रिय सहभागिता रही।

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