बीकानेर hellobikaner.com प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराधो, महिला एवं दलित अत्याचारों तथा नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी रिपोर्ट में महिला दुष्कर्म के मामले में राज्य का पहला स्थान आने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के प्रदेशव्यापी “हल्ला बोल” आह्वान के तहत भाजपा शहर जिला बीकानेर ने सोमवार को जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह की अगुवाई में जिला कलेक्ट्रेट पर रैली निकालते हुए जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर अतिरिक्त जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपा।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं के साथ जिला पदाधिकारी,मंडल-मोर्चा पदाधिकारी एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पार्टी की ओर से अतिरिक्त जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन भी महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं द्वारा ही सौंपा गया।
प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर राज्य सरकार की नाकारा और निकम्मी सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ नारेबाजी कर अकर्मण्यता का आरोप लगाते हुए प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कचहरी परिसर में ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुतले को चूड़ियाँ पहनाकर उनका पुतला भी जलाया गया।
भाजपा जिला प्रभारी ओम सारस्वत, शहर जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, देहात अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत,महापौर सुशीला कँवर राजपुरोहित,पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, भाजपा नेता रवि शेखर मेघवाल,जिला महामंत्री मोहन सुराणा, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, आईटी विभाग प्रदेश संयोजक अविनाश जोशी इत्यादि भी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
भाजपा जिला मंत्री मनीष आचार्य ने जानकारी देते हुए बताया की विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यकर्ताओं ने पब्लिक पार्क में विश्नोई धर्मशाला के आगे एकत्र होकर सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए व्यवस्थित तरीके से दो-दो की पंक्ति में संपूर्ण कचहरी परिसर का चक्कर लगाते हुए महिला और दलित विरोधी राज्य सरकार के खिलाफ बुलंदी से नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा जिला प्रभारी ओम सारस्वत ने कहा की मुख्यमंत्री राज्य की विकास योजनाओं और जनहित के मुद्दों को दरकिनार कर केवल अपनी कुर्सी बचाने और अपने आलाकमान को खुश रखने में व्यस्त हैं। अब होगा न्याय की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी से जनता चीख चीख कर पूछ रही है कि कब होगा न्याय? राजस्थान में झूठे और लोकलुभावन वादे कर सत्ता प्राप्त करने वाली कांग्रेस आमजन,महिलाओं, दलितों और किसानों के प्रति अपने उत्तरदायित्व को पूरी तरह से भूल चुकी है और राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देश के अन्य राज्यों में हो रहे बलात्कार और दलित अत्याचारों की घटनाओं पर चिंता जाहिर कर रहे हैं जबकि उनके अपने राज्य में महिला दुष्कर्म और दलित अत्याचारों का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में जारी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में वर्ष 2019 के महिला दुष्कर्म मामलों में राज्य का पहले स्थान पर आना अत्यंत शर्मनाक है।
जिलाध्यक्ष सिंह ने कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार के 20 माह के कार्यकाल में आमजन, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों के प्रति अत्याचार की घटनाओं में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि हुई है। जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन पूर्णतया बिगड़ कर विकराल रूप ले चुकी है जिससे आमजन त्रस्त है।
अखिलेश प्रताप ने कहा कि अपराध की घटनाओं पर सरकार के नियंत्रणहीन होने से पुलिस के प्रति आमजन का विश्वास खत्म हो गया है। प्रदेश में दिसंबर 2018 से अगस्त 2020 तक भारतीय दंड संहिता के तहत कुल चार लाख 35 हजार के लगभग अपराधिक मुकदमे राज्य के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज हो चुके हैं, दिसंबर 2018 से अगस्त 2020 तक दलितों के 11200 मुक़दमे बलात्कार, छेड़छाड़,अस्पृश्यता,यौन शोषण आदि के दर्ज हुए जो सरकार के सुशासन संवेदनशीलता एवं जवाबदेही प्रशासन देने की प्रतिबद्धता की पोल खोल रहे हैं। राजस्थान में कांग्रेस राज में कहीं भी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है।
देहात अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने कहा कि वर्ष 2019 में देश में घटी महिला दुष्कर्म की कुल घटनाओं का लगभग 19% केवल राजस्थान में घटित हुई है। महिलाओं सम्मान के क्षेत्र में गौरवमयी इतिहास रखने वाले राज्य में इस प्रकार के आंकड़े बेहद शर्मसार करने वाले हैं।
महापौर सुशीला कँवर राजपुरोहित ने कहा कि राजस्थान जो कभी महिलाओं व बेटियों के सम्मान के लिए विख्यात था आज यहीं पर इनके साथ दरिंदगी होना शर्मनाक है। हाल ही में बांसवाड़ा में नाबालिग बच्ची का अपहरण कर गैंगरेप कर हत्या, सिरोही में बच्चे का अपहरण कर गैंगरेप और हत्या, भरतपुर में गैंगरेप की वारदात, धौलपुर, बसेड़ी थाना क्षेत्र के गांव में नाबालिग के साथ हैवानियत, अलवर, टौंक,अजमेर बारा, चूरू, सीकर, जालौर, आमेर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में गैंगरेप एवं हत्या की वारदाते हुई है राज्य सरकार आमजन महिलाओं दलितों आदिवासियों को भगवान भरोसे छोड़ रखा है ऐसी स्थिति में राज्य सरकार को प्रदेश में शासन करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा की प्रदेश के मुखिया को अपना लम्बे राजनीतिक अनुभव का लाभ अपराधियों के मनोबल में वृद्धि करने वाले अनर्गल बयानों के स्थान पर प्रदेश में कानून व्यवस्था को पुनः सुचारू बनाने में लेना चाहिए। पिछले 20 माह के कांग्रेस शासन में जिस प्रकार से महिला और दलित अत्याचार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है वह राज्य को शर्मसार करने वाली है।
उन्होंने कहा की कांग्रेस की राज्य सरकार अपने झूठे चुनावी घोषणा पत्र की समीक्षा के बजाय प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों के नियंत्रण हेतु समीक्षा करती तो ज्यादा बेहतर बेहतर रहता।
भाजपा नेता रविशेखर मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में बढ़ते अपराधों से जनता भयभीत है और अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं । राज्य की कॉंग्रेस सरकार के मुखिया केवल एक ही परिवार की चाटुकारिता में व्यस्त रहते हैं तथा राज्य की जनता की सुरक्षा से इनका कोई सरोकार नहीं ।
भाजपा जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने कहा कि राज्य में जिस प्रकार से दलितों, महिलाओं, नाबालिग बच्चियों के साथ अत्याचार दुष्कर्म और अन्य प्रकार के अपराध अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं उससे स्पष्ट है कि अपराधों को रोकने में राज्य सरकार पूर्ण तरह विफल रही है और ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है।
महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष मधुरिमा सिंह ने कहा की कुछ साल पहले तक शांतिप्रिय माना जाने वाला राजस्थान अब अपराध और अपराधियों की शरणस्थली बन गया है। महिला अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे,दलितों पर जुल्म की इंतेहा हो गई है ,बलात्कार और दुष्कर्म जैसी घटनाओं की अनेकों खबरें रोज इस प्रदेश की रूह को जख्मी कर रही है।
आईटी विभाग प्रदेश संयोजक अविनाश जोशी ने कहा कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है जिधर देखो उधर अराजकता का माहौल बना हुआ है। राजनैतिक संरक्षण में अपराधियों का मनोबल प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, वह राजस्थान प्रदेश के भविष्य को भी संकट में डालने वाला है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, गोकुल जोशी ने कहा की राज्य में सर्वत्र अपराधियों का बोलबाला है और पुलिस के प्रति आमजन में भय और अपराधियों में विश्वास जैसी बात साबित होने लगी है।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान की प्रदेश संयोजक मीना आसोपा ने कहा कि महिला सुरक्षा के मसले पर प्रदेश सरकार का मौन चिंताजनक है।हर दिन राजस्थान के अखबारों में दुष्कर्म की खबरें हर बहन-बेटी को बैचेन कर देती हैं।
सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में महिला मोर्चा की और से मधुरिमा सिंह, मीना आसोपा, जिलामंत्री इन्द्रा व्यास, प्रमिला गौतम, पार्षद सुधा आचार्य, सुमन छाजेड,आरती आचार्य, भारती अरोड़ा,शोभा सारस्वत, ज्योति विजयवर्गीय,विजयलक्ष्मी हिमत्तासर,सरस्वती विश्नोई,पूर्वा चांडक,तारा देवी सोनी, सुनीता स्वामी,अनुराधा आचार्य, कमल कँवर,विद्या गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिती रही।
भाजपा कार्यकर्ताओं में पूर्व जिलाध्यक्ष विजय आचार्य, जिला महामंत्री नरेश नायक, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, गोकुल जोशी, जिला मंत्री अरुण जैन,मनीष आचार्य,कौशल शर्मा, मंडल अध्यक्ष अजय खत्री, दिनेश महात्मा,मुकेश ओझा, जेठमल नाहटा,नरसिंह सेवग, चंद्र प्रकाश गहलोत, विनोद करोल, कमल किशोर आचार्य, आईटी विभाज जिला संयोजक सुशील आचार्य, विजय उपाध्याय,वेद व्यास,विक्रम सिंह भाटी, हुकम चंद सोनी, पार्षद संजय गुप्ता,पुनीत शर्मा, विनोद धवल,मुकेश पंवार, अनूप गहलोत, प्रतीक स्वामी, विजय उपाध्याय, गोपाल चौधरी,जगदीश सोलंकी, इमरान खान, विक्रम राजपुरोहित,अशोक चांवरिया, निरंजन सारस्वत, सोहनलाल चांवरिया, प्रेम गहलोत, महेंद्र ढाका, निशांत गौड़, हिमांशु शर्मा, प्रेम सिंह मेड़तिया,दिनेश सांखला, गिरधारी सुथार, मनोज पुरोहित,घनश्याम लोहिया, शिव प्रजापत, कुंभनाथ सिद्ध, महावीर मारु, श्यामसुंदर चांडक, धर्मप्रकाश सोनी, गिरिराज व्यास, हरि सिंह राजगुरु, शिव मेघवाल, रामपाल सेन, पुखराज स्वामी इत्यादि उपस्थित रहे।