राजस्थान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत
हैलो बीकानेर । महाराजा गंगा सिंह विश्व विद्यालय के सेंटर फॉर वूमन स्टडीज़ का विधिवत उद्घाटन शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथी की भूमिका राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने निभाई । फोटो/वीडियो : राजेश छंगानी
अवसर पर उन्होंने सेंटर वूमन फॉर स्टडीज़ के प्रकल्प के शुभारम्भ पर बधाई देते कहा की कुलपति महोदय और डॉ मेघना शर्मा को साधुवाद की आप दिल्ली से इस सेंटर को खींच लाये और यह सेंटर पूरे प्रदेश के लिए उदारहण बनेगा और इस सशक्त केन्द्र से जो जोत जलेगी वो देश प्रदेश को एक नई दिशा प्रदान करेगी, इस सेंटर के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के नेक मिशन को नई उड़ान मिलेगी और नारी विमर्श के बारे में अपने विचार रखते कहा की वर्तमान समय में महिला सुरक्षा,महिला सशक्तिकरण, नारी जागरूकता यह सब विषय समाज के बीच ले जाना होगा और हमे एक जागरूक समाज का निर्माण करना होगा एक सशक्त माहौल घर परिवार में बनाना होगा यह जिम्मेदारी हम सब की बनती है । साथ ही महिला को भी महिला शब्द की सार्थकता को समझना होगा क्योंकि आज महिला मॉर्डन होने को सशक्तिकरण मान रही है जबकी महिला का अर्थ – म से ममता, हि से हिम्मत, ला से लाज्जवंती यह तीन शब्दों का पूरा संसार है और महिलाओं को इस भाव को भी समझना होगा ।
इस से पूर्व दीप प्रज्ज्वलन के बाद अपने स्वागत भाषण के साथ साथ सेंटर की डॉयरेक्टर डॉ मेघना शर्मा ने सेंटर के मेसेंजर का वर्णन एक लघु फ़िल्म के माध्यम से किया गया जिसका लोकार्पण एमजीएसयू के कुलपति प्रो भागीरथ व अतिथिगणों ने किया वहीं डॉ मेघना ने सेंटर फॉर वूमन स्टडीज़ बीकानेर द्वारा अब तक किये गए कार्यो को प्रोजेक्टर के माध्यम से मंच से सब के सामने रखा ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते एमजीएसयू के कुलपति प्रो भागीरथ सिंह ने कहा की स्त्री विमर्श के विचारों को सुनने के बाद यह विचार सामने आते है की सदैव स्त्री का शोषण पुरषों द्वारा हुआ यह एक गलत तथ्य है,एक समय काल आया इस धरा पर आक्रांताओं ने अपना कुचक्र फैलाया और उस काल में स्त्री पर शोषण हुआ पर आक्रांता तो चले गये पर आज भी स्त्री असुरक्षा का भाव छोड़ गए पर अपने देश में सदैव नारी शक्ति को पूर्ण सम्मान और अधिकार मिले है पर आज जो पाश्चात्य सस्कृति के कारण माहौल खराब हो रहा है इसके लिए हम सब को जागरूक होकर समाज और खाशकर युवा वर्ग को अछी सोच अछे वातावरण से जोड़ना होगा । वही सेंटर वूमन स्टडीज़ के शुभारम्भ पर प्रदेश की महिला शक्ति को बधाई देते कहा की हम सब का प्रयास रहेगा की इस सेंटर के माध्यम से एक सुंदर शिक्षण का माहौल बने और महिला सशक्तिकरण कार्यो को आगे बढ़ाया जा सके ।
उद्घाटन समारोह में विशिष्ठ अतिथि राष्ट्रीय साहित्य अकादमी नई दिल्ली की सदस्य डॉ मुक्ता ने कहा की भारतीय संस्कृति में नारी को पूर्ण दर्जा दिया गया है पर वास्तव में समाज में क्यों स्तिथि अलग है, द्वापर हो यहा कलयुग पर स्त्री का सदैव शोषन होता रहा है , आज रोज़ पढ़ने को मिलता है सुनने को मिलता है आज एक बहु जला दी गई, आज बालिका का बलात्कार हुआ, तेज़ाब उड़ेल दिया कुल मिलाकर आज भी नारी प्रताड़ित है और कल भी थी , पर स्त्री विमर्श का भाव तभी संभव होगा जब नारी को उसकी ताकत को जगाना होगा उसको सशक्त बनाना होगा तभी नारी सशक्तिकरण सही मायने में सफ़लता की और बढ़ेगा इसके लिए समाज को जागरूक होकर महिलाओं को सम्मानं देना होगा । धन्यवाद ज्ञापन कार्यकारिणी सदस्य डॉ शशि वर्मा ने दिया ।
द्वितीय सत्र – सत्रों को सम्बोधित करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय से यूजीसी के सेंटर फॉर प्रोफेशनल डवलेपमेट की निदेशक प्रो गीता सिंह ने महिलाओं की राष्ट्र निर्माण में भूमिका पर सदन का ध्यान आकर्षित किया वही आज के वक़्त में महिलाओं की सशक्त भागीदारी पर अपने विचार रखते हुए स्त्री विमर्श परिचर्चा को आगे बढ़ाया तो वही कुरूक्षेत्र विश्व विद्यालय की प्रो शालिनी शर्मा ने मिडिया और स्त्री विमर्श पर अपनी बात रखी जिससे उन्होंने मिडिया पर तंज कसा और कहा की मिडिया को नारी विमर्श पर सजग होना चाहिये क्योंकि आज मीडिया सार्थकता से दूर होकर सिर्फ चटपटी खबरों पर केंद्रित हो रही है और नारी को हँसी का पात्र बना दिया है और कई विषयों को मंच से रखा तो सभागार तालियों की गड़गडाहट से ग़ुज उठा ।
समापन समारोह में मुख्य अतिथी कें रूप बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ प्रकल्प की प्रदेश अध्यक्ष डॉ मीना असोपा ने कन्या भ्रूण हत्या एवं पी सी पी एन डी टी एक्ट के दृष्टिकोण सब के सामने रखा वही महिला टॉस्क फ़ोर्स की अध्यक्ष व समाज सेवी डॉ प्रभा भार्गव ने अपने सशक्त विचार रखे साथ ही डॉ शालिनी सिंह, डॉ शशी वर्मा, डॉ मेघना शर्मा के साथ कार्यक्रम संयोजक डॉ सीमा शर्मा ने भी महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार रखे ।
समारोह में डॉ विमला डुकवाल, डाॅ. दिग्विजय सिंह, सुमन जैन,अरुणा भार्गव, साहित्यकार रवि पुरोहित, कामिनी भोजक, डाॅ. अनिला पुरोहित, डाॅ. इंद्रा विश्नोई, डाॅ. प्रकाश अमरावत, सीकर से संजीता ढाका,मंजू नागल, उषा किरण सोनी, डाॅ. चंद्रशेखर श्रीमाली, सुमन शेखावत,मोनिका राजपुरोहित,सप्रेम जोशी, राम सिंह भाटी, विजय सिंह शेखावत, पर्वतारोही सुषमा बिस्सा, सहित सैकड़ो की संख्या में गणमान्य जन उपस्तिथ रहे साथ ही बीकानेर शहर के अलावा रोहतक, श्रीगंगनागर, हनुमानगढ़ क्षेत्र के प्रचार्यो के अलावा भारी संख्या में विद्यार्थियो ने भाग लिया। अंत में सेंटर फॉर वूमन स्टडीज़ की पदाधिकारी डॉ सीमा शर्मा ने सभी का आभार प्रकट किया।