बीकानेर hellobikaner.in जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन आने की स्थिति में इसके भण्डारण, परिवहन, वितरण एवं वैक्सीन लगाने के संबंध में सभी आधारभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं और इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाए।
मेहता ने शुक्रवार को कोविड-19 वैक्सीन के संबंध में जिला स्तरीय कार्य बल समिति की पहली बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वैक्सीन प्राप्त करने से लेकर वैक्सीन लगने तक के सभी स्तरों पर किए जाने वाले कार्यों की रूप-रेखा बनाकर सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएं और टीकाकरण से संबंधित सभी गतिविधियों में लगने वाले संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि इस संबंध में ब्लाॅक स्तर पर कमेटी गठित की जाए, जो कि ब्लाॅक में कोविड-19 के टीकाकरण गतिविधियों की माॅनिटरिंग करेगी।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी.एल.मीना ने जिला कलक्टर को बताया कि वर्तमान में 16 लाख वैक्सीन डोज के भण्डारण की व्यवस्था उपलब्ध है, इसके अलावा 67 कोल्ड चैन पाॅईन्ट्स पर प्रत्येक में 10 हजार वैक्सीन डोज के भण्डारण की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिए 547 वैक्सीनेटर और 1 हजार 155 सेशन साइट का चयन कर लिया गया है और दिशा-निर्देश प्राप्त होते ही प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मेहता ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को वैक्सीन भण्डारण स्थलों पर 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था के निर्देश दिए और कहा कि आपात स्थिति में जनरेटर की भी व्यवस्था आवश्यक रूप से रखी जाए। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को वैक्सीन भण्डारण स्थलों की सुरक्षा और सेशन साईट्स पर सोशल डिस्टेसिंग की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण दिवस पर सेशन साईट तक लाभान्वितों के मोबिलाईजेशन के लिए आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का सहयोग लिया जाए और निर्देश दिए कि टीकाकरण दिवस पर आंगनबाड़ी केन्द्र समय पर खुलें और संबंधित कार्मिकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि टीकाकरण दिवस पर विद्यालय खुले रहें तथा संबंधित विद्यालयों में अध्यापक एवं वाॅलिएण्टर्स विद्यार्थी की उपस्थिति सुनिश्चित करवाएं, साथ ही सेशन साइट पर लाभान्वितों के मोबिलाईजेशन में सहयोग करें। जिला कलक्टन ने जिला अस्पताल के पीएमओ को निर्देश दिए कि वैक्सीनेशन के कारण प्रतिकूल प्रभाव होने की स्थिति में उपचार के लिए 8-10 बैड तैयार रखें।