बीकानेर hellobikaner.com कोरोना से पॉजिटिव आए व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। सभी रोगी घर में ही रहे इसके लिए मॉनिटरिंग की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी। राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस, चिकित्सक तथा पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा समय-समय पर कोरोना पॉजिटिव रोगी घर में है, इसकी जांच घर-घर जाकर करेंगे।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 प्रबंधन की समीक्षा बैठक में इस आशय के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कोरोना रोगी को घर में ही बेहतर इलाज मिल जाए, इसका बंदोबस्त संबंधित विभाग करेंगे। पॉजिटिव आए व्यक्ति का पूरा परिवार 10 दिन तक होम आइसोलेशन में रहे, यह सुनिश्चित होना चाहिए। पाॅजिटिव रोगी के परिवार का कोई भी सदस्य घर से बाहर नहीं निकले, यह समझाइश की जाएगी। अगर किसी व्यक्ति द्वारा कोरोना नियमों को तोड़ने का प्रयास किया ,तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
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मेहता ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति से फॉर्म नम्बर 4 भरवाया जाएगा जिसमें उसके मोबाइल नंबर तथा उसके परिजनों के मोबाइल नंबर रहेंगे और इन मोबाइल नंबरों को सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़ा जाएगा ताकि आइसोलेशन परिवार का व्यक्ति घर से बाहर न निकले तथा इधर-उधर घूमते हैं तो इसकी सूचना तत्काल मिल जाए और उन्हें पाबंद किया जा सके। उन्होंने एसीपी सत्येंद्र सिंह से कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों के मोबाइल नंबरों को इस तरह से रखा जाए कि 10 दिन के होम आइसोलेशन पीरियड का समय समाप्त होते ही स्वतः ही सिस्टम से ऐसे लोगों के मोबाइल नंबर हटते जाएं।
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उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल में दस बेड आरक्षित रखे जाएंगे ताकि अगर होम आइसोलेशन में रहे किसी रोगी का स्वास्थ्य अधिक खराब होता है, तत्काल उसे अस्पताल में शिफ्ट किया जा सके। उन्होंने अधीक्षक पीबीएम अस्पताल से कहा कि वर्तमान में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे में अस्पताल में 350 बेड की व्यवस्था रहनी चाहिए तथा सभी जगह आवश्यक उपकरण तथा जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध रहे, यह भी सुनिश्चित करे।
जिला कलक्टर ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति की मॉनिटरिंग सिस्टम के लिए शहर के 2 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को मिलाकर एक यूनिट बनाई जाएगी और प्रत्येक यूनिट में संबंधित अस्पताल के चिकित्सक को प्रभारी बनाया जाएगा तथा एक आयुष डॉक्टर भी इनके स्वास्थ्य का परीक्षण करने के लिए अलग से लगाया जाएगा।
शहर में सैनिटाइजेशन की पुख्ता व्यवस्था: जिला कलक्टर में आयुक्त नगर निगम मेघराज सिंह मीना से कहा कि शहर के अंदरूनी भाग में तथा शहर के बाहरी भाग जहां लोगों का आवागमन अधिक होता है, वहां पर सैनिटाइजेशन प्रभावी तरीके से किया जाए। भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सैनिटाइजेशन किया जाए। साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने कार्यालयों में भी सैनिटाइजेशन करवाते रहे।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) एएच गौरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) सुनीता चैधरी, राजूवास के रजिस्ट्रार अजीत सिंह राजावत, पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मोहम्मद सलीम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी एल मीना सहित राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जिन्हें शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभारी अधिकारी लगाया गया है उपस्थित थे।