पटाखा फैक्ट्री अग्निकांड मे ध्वस्त मकानों को सौंपी नवनिर्मित मकानों की चाबियां
पूर्व मंत्री भाटी की प्रेरणा से हुआ निर्माण कार्य सराहनीय-डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी
हैलो बीकानेर। कुछ माह पहले सोनगिरि कुआं क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री अग्निकांड में ध्वस्त हुए मकानों का पुनर्निर्माण करवा, नवनिर्मित मकानों की चाबियां रविवार को स्वर्गीय कमलेश कंवर रवीन्द्र सिंह भाटी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा सोनगिरि कुआं क्षेत्र में आयोजित समारोह में बीकानेर पश्चिम विधान सभा क्षेत्र विधायक डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी, पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी और नगर विकास न्यास अध्यक्ष महावीर रांका द्वारा सौंपी गई। पीड़ित परिवारों को इस दौरान खाद्य सामग्री, पलंग, गद््दे एवं बर्तन सहित अन्य आवश्यक सामग्री भी प्रदान की गई।
ध्वस्त हुए मकानों के पुनर्निर्माण में स्वर्गीय कमलेश कंवर रवीन्द्र सिंह भाटी मेमोरियल ट्रस्ट, टाइगर यूनियन, यूआईटी कर्मचारी संघ, विश्वकर्मा समाज, लोटस डेयरी, ट्रांसपोर्ट यूनियन, रोटरी क्लब तथा पूनमचंद चलवा का विशेष सहयोग रहा। इन मकानों को बनाने में 22 लाख रूपये व्यय हुए। योगेश किराड़ू, विक्की गहलोत, शौकत भाटी, बुला महाराज, धीरज पारीक आदि ने मौके पर रहकर निर्माण कार्यों की सतत मॉनिटरिंग की।
इस अवसर पर डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी ने कहा कि पटाखा फैक्ट्री हादसा अत्यंत दर्दनाक घटना थी। हादसे में सात लोगों की मौत होना और 12 लोगों का घायल होना वज्रपात से कम नहीं था। उन्होंने कहा कि जो इस दुनिया को छोड़कर चले गए, इससे हुए नुकसान की भरपाई करना असंभव था। साथ ही जिन लोगों के मकान ध्वस्त हुए, उनका पुनर्वास करवाना बड़ी चुनौती थी। ऎसे में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने आगे आकर पीड़ित परिवारों को संबल प्रदान किया, यह अत्यंत सराहनीय कदम है। इसमें स्वर्गीय कमलेश कंवर रवीन्द्र सिंह भाटी मेमोरियल ट्रस्ट तथा भामाशाहों ने जो सहयोग किया, वह अनुकरणीय है।
पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा कि सोनगिरि क्षेत्र में मानवीय भूल और लापरवाही की वजह से बहुत बड़ा हादसा हुआ। इस हादसे में जिन लोगों का निधन हुआ और जिनके परिवारों पर संकट आया, इसकी चिंता प्रत्येक बीकानेर वासी ने की। उन्होंने हादसे में मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, उनकी आत्मा की शांति की कामना की। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में संकट से घिरे लोगों की मदद के अनेक उदाहरण हैं। ऎसे उदाहरण हमारे सामने हैं, जिनमें आशियाना खो चुके परिवारों को एक-एक ईंट व रूपये देकर भामाशाह सहयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी यह संस्कृति एवं संस्कार ही हैं, जिनके कारण इस दर्दनाक हादसे में पीड़ित परिवारों को उबारने में भामाशाहों ने आगे आकर सहायता की। उन्होंने मकानों के पुनर्निर्माण में मदद करने वाले प्रत्येक कार्यकर्ताओं एवं भामाशाहों की सराहना की।
नगर विकास न्यास के अध्यक्ष महावीर रांका ने कहा कि पटाखा फैक्ट्री में आगजनी से हुआ हादसा अत्यंत दर्दनाक था तथा पीड़ित परिवारों की मदद करना सबसे पहली आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की प्रेरणा से भामाशाहों और ट्रस्टों के सहयोग से पुनर्निर्माण हुआ है, वे सभी संगठन धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि वार्ड के वर्तमान एवं पूर्व पार्षदों तथा कार्यकर्ताओं की टीम की बदौलत यह कार्य पूर्ण किया जा सका है।
पूर्व सरपंच रामकिसन आचार्य ने मकानों के पुनर्निर्माण में सहयोग देने वालों का परिचय करवाया। टाइगर यूनियन के युधिष्ठिर भाटी ने भी विचार रखे। इस अवसर पर लोटस डेयरी के अविनाश मोदी, नगर विकास न्यास सचिव आरके जायसवाल सहित बड़ी संख्या में पार्षद एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे। संचालन रवीन्द्र हर्ष ने किया।
इन्हें दी चाबियां
पटाखा फैक्ट्री हादसे में ध्वस्त मकानों का पुनर्निर्माण करवाकर पूनम चंद उपाध्याय, महेन्द्र उपाध्याय, विजय उपाध्याय, इम्तियाज अली और गुलाब नबी को अतिथियों ने मकानों की चाबियां प्रदान कीं।