बीकानेर hellobikaner.com दशहरे के अवसर पर शस्त्र पूजन की परम्परा का निर्वहन करना चाहिए, शास्त्र के साथ शस्त्र भी अति आवश्यक है। बीकानेर के उपनगर गंगाशहर की रोही में श्री मुरुगन आश्रम में आज इस परंपरा का निर्वहन किया गया।
भारतीय जीवन साधना परिषद् नई दिल्ली द्वारा संचालित इस आश्रम में शस्त्र और शास्त्र दोनों की शिक्षा प्रदान की जाती है। गुरुवर स्वामी डॉ श्री चिन्मय यू एस ए सरस्वती के सानिध्य में कोरोना बचाव की गाईडलाईन्स को ध्यान में रखते हुए भगवा ध्वजारोहण, और हवन के साथ तलवार त्रिशूल आदि पारंपरिक शस्त्रों का विधिवत् पूजन कर भगवान श्री राम और उनकी सेना के अद्वितीय पराक्रम को स्मरण किया।
माँ भगवती के नौ रूपों के साथ करणी माता को भी स्मरण किया गया। जय श्री राम और धर्म की जय हो के उद्घोष के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।