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हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग जिले के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम के पास मंगलवार को एक बड़े आतंकवादी हमले में 25 से अधिक पर्यटकों के मारे जाने और कम से कम आठ अन्य के घायल होने की आशंका है।
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। मृतकों की संख्या के बारे में अब तक हालांकि, कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है। यह हमला अपराह्न करीब 1.30 बजे बैसरन मैदानी क्षेत्र में हुआ, जो पहलगाम के पास खूबसूरत लेकिन गैर-मोटर वाहन योग्य स्थान है।
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जम्मू कश्मीर के पहलगाम में टूरिस्ट पर आतंकी हमला…#JammuKashmir #JammuKashmirAttack pic.twitter.com/YXoA6tpjUz— Hello Bikaner (@hellobikaner) April 22, 2025
हमले पर केंद्र सरकार ने तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा का नेतृत्व करने के लिए श्रीनगर पहुंचे। शाह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी घटना के बारे में जानकारी दी, जो वर्तमान में सऊदी अरब की आधिकारिक यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों ने अपराधियों को नहीं बख्शने का प्रण लिया है।
अधिकारियों ने बताया कि बंदूकधारियों ने बैसरन में पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी की, जिसमें बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक पर्यटक महिला रोती हुई कह रही है कि वे ‘भेल पुरी’ खा रहे थे, तभी एक आतंकवादी ने उसके पति को गोली मार दी। वीडियो में एक और महिला रोती हुई अपने पति को बचाने के लिए मदद मांग रही है।
मीडिया एजेंसी के कई अपुष्ट सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी हमले में 25 से अधिक पर्यटक मारे गये हैं। अधिकारियों ने बताया कि आठ घायलों को पहलगाम के एक चिकित्सा केंद्र में लाया गया और उनमें से दो को गंभीर हालत में श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर वाहनों से नहीं पहुंचा जा सकता और सुरक्षा बलों को पैदल ही घटनास्थल पर भेजा गया है।
#WATCH | जम्मू-कश्मीर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर उच्च स्तरीय बैठक करने के लिए श्रीनगर पहुंचे। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। pic.twitter.com/TR70D0Lthh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 22, 2025
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हमलावरों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। वह केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की देखरेख करते हैं।
गौरतलब है कि 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह पहला बड़ा आतंकवादी हमला है। पिछला बड़ा आतंकवादी हमला 14 फरवरी, 2019 को हुआ था, जब जैश-ए-मोहम्मद के एक स्थानीय आत्मघाती हमलावर आदिल डार ने लेथपोरा पुलवामा में अपनी विस्फोटकों से भरी कार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दिया था, जिसमें बल के 40 जवान मारे गये थे।
इस हमले के बाद बालाकोट में हवाई हमले किये गये। एक दिन बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की और इससे दोनों देशों के बीच एक संक्षिप्त लड़ाई शुरू हो गयी। पुलवामा हमले ने भारत और पाकिस्तान को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया था। इससे पहले, जुलाई 2017 में दक्षिण कश्मीर में एक आतंकवादी हमले में अमरनाथ गुफा का दर्शन करके लौट रहे आठ तीर्थयात्री मारे गये थे तथा 10 से अधिक घायल हो गये थे।