हैलो बीकानेर । जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने कहा कि शहर को शत-प्रतिशत ओडीएफ बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, स्वयंसेवी संस्थाओं सहित आमजन को पहल करनी होगी। सतत एवं सामूहिक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल की सकती है।
गुप्ता बुधवार को नगर निगम सभागार में ओडीएफ से संबंधित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘क्लीन सिटी’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए स्थानीय निकायों का शत-प्रतिशत ओडीएफ होना, नगरीय क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की सुविधा होना तथा सोलिड वेस्ट के निस्तारण का प्रभावी प्रबंधन होना जरूरी है। इन सभी मानकों के आधार पर क्लीन सिटी की रैंकिंग तय होती है।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिलों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों को ओडीएफ बनाने के लिए पूर्व में सर्वे करवाया गया। इस सर्वे में सूचीबद्ध परिवारों को शहरी एवं ग्रामीण के हिसाब से विभाजित किया गया है। शहरी क्षेत्र की सूची सभी पार्षदों को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सूची के हिसाब से कितने घरों में शौचालय बने तथा कितने अब भी वंचित हैं, इसकी जानकारी भी दी जाए।
गुप्ता ने बताया कि शहर में आवारा पशुओं की समस्या के समाधान की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। सफाई कर्मचारियों की भर्ती के संबंध में उन्होंने बताया कि आवश्यकता के अनुसार सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाए जाएंगे। उन्होंने पॉलीथीन के प्रतिबंध को सख्ताई से लागू करने के निर्देश दिए तथा कहा कि निगम इसे ‘मिशन मोड’ में लेते हुए कार्य करें। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूर्ण पारदर्शिता से एवं नियम सम्मत करने के निर्देश दिए।
महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा कि वर्तमान में 40 से अधिक वार्डों को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है तथा 2 अक्टूबर तक नगरीय क्षेत्र को ओडीएफ करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्षद भी अपने-अपने क्षेत्र में जनजागरूकता के साथ, ओडीएफ बनाने में मदद करें। निगम आयुक्त निकया गोएहान एवं उपायुक्त ताज मोहम्मद ने अभियान की रूपरेखा एवं भावी कार्ययोजना के बारे में बताया। करनला कंसल्टेंसी के प्रतिनिधि तथा पूर्व सरपंच श्रीराम रामावत एवं अखिल पंचारिया ने ओडीएफ बनाने के लिए की जाने वाली कार्रवाई के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर उपमहापौर अशोक आचार्य, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष जावेद पड़िहार, पार्षदगण, निगम के अधिकारी, स्वच्छता प्रहरी संस्थान के मोहर सिंह यादव, जन चेतना संस्थान के दिनेश सांखला आदि मौजूद थे।