गांधीनगर। गुजरात में एक बार फिर जारी भारी वर्षा के दौर तथा इसके अगले चार दिन तक जारी रहने और इस दौरान 29 और 30 अगस्त को अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी के बीच आज भी कई स्थानों पर चार से पांच ईंच तक बरसात दर्ज की गयी।
राज्य में मानसूनी वर्षा आज दोपहर तक 95 प्रतिशत का आंकडा पार कर गयी और मौजूदा दौर में ही इसके 100 प्रतिशत का आंकडा भी पार कर जाने की पूरी संभावना है।
उधर राज्य सरकार के आपात संचालन केंद्र ने अत्यधिक भारी वर्षा की आशंका के मद्देनजर संबंधित जिलों को अलर्ट जारी कर रखा है और राहत और बचाव तंत्र को हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की सूचना भी दे दी है। एनडीआएफ तथा एसडीआरएफ की टीमे भी तैयार रखी गयी हैं।
इस बीच, पिछले 24 घंटे में भारी वर्षा के चलते मध्य गुजरात के खेडा जिले के वणाकबोरी बांध से माही नदी में 60 हजार घन फीट प्रति सेेकंड (क्यूसेक) पानी छोडे जाने के चलते इसके किनारे स्थित निचले इलाकों के 50 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। आज शाम चार बजे तक राज्य में 100 से अधिक तालुका में बरसात हुई थी जिसमें सबसे अधिक 107 मिलीमीटर भावनगर शहर में, 93 मिमी सूरत के ओलपाड में 78 मिमी नवसारी के जलालपुर, 73 मिमी भरूच के नेत्रंग, 70 मिमी भावनगर के घोघा में दर्ज की गयी थी। आज रात भी कई स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा की आशंका जतायी गयी है।
कल वर्षा के और तीव्र रूप लेते हुए कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गयी है जबकि 30 अगस्त को इस दौर की सबसे भारी वर्षा होने की आशंका जतायी गयी है। 31 अगस्त को केवल भारी से अति भारी वर्षा तथा एक सितंबर को मात्र कच्छ में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गयी है। आज सुबह आठ बजे तक के 24 घंटे में राज्य के 33 में से 26 जिलों के 141 तालुका में वर्षा दर्ज की गयी थी जिसमें सर्वाधिक 167 मिमी नर्मदा जिले के तिलकवाडा में हुई। मध्य गुजरात के छोटा उदेपुर के संखेडा में 130 मिमी तथा पंचमहाल के हलोल में 137 मिमी वर्षा दर्ज की गयी थी। वर्षा से मध्य गुजरात के ढाढर और अाश्विन समेत कई नदियां उफान पर हैं और इससे कुछ गांवों में पानी भी भर गया है।