सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के रहस्य खोलने वाले लोगों को डेरा की कुर्बानी गैंग ने धमकी देनी आरम्भ कर दी है। कुर्बानी गैंग द्वारा जारी किए गए धमकी पत्र में डेरा के पूर्व साधू सिरसा के गुरदास तूर,टोहाना के हंसराज हकीक, डेरा प्रमुख के पूर्व चालक खट्टा सिंह, हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता, हरियाणा पुलिस के तीन अधिकारियों के अलावा कई न्यूज चैनलों को टारगेट किया गया है। पुलिस प्रशासन ने व्हाट्सएप पर आए इस पत्र की तकहीकात के अलावा इन लोगों की सिक्योरिटी रिव्यू की है।
बताया जा रहा है कि डेरा के टारगेट पर आए कुछ लोगों को कमांडो जवान भी दिए जा सकते हैं। व्हाट्सएप पर जारी हुए धमकी पत्र के संबध में जानकारी देते हुए डेरा के पूर्व साधू गुरदास तूर और हंसराज हकीक ने बताया कि पत्र में कहा गया है कि कुर्बानी गैंग के 200 सदस्य हैं जो हर वक्त मरने-मारने को तैयार रहते हैं। उन लोगों के परिवारों को तबाह करने की धमकी दी गई है। उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप पर मिली धमकी से पुलिस प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है। गुरदास तूर ने इस पत्र के बाद आज देर शाम जान को खतरा बताते हुए एक पत्र सिरसा के पुलिस अधीक्षक को लिखा है। इससे पहले आज विश्वास गुप्ता ने करनाल के एसएसपी को इस संदर्भ में शिकायत दे दी है। गौरतलब है कि डेरा ने अपनी करीब 30 हजार लोगों की ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स की फौज तैयार की हुई है जो डेरा के हर कार्य में मुखरता से काम करती हैं। हंसराज हकीक ने बताया कि डेरा प्रमुख के यौन शौषण मामले में पेशी और संभावित सजा को लेकर डेरा ने कुर्बानी गैंग तैयार की थी जिसमें डेरा के प्रेमियों को गुमराह कर फार्म भरवाए गए कि उनकी जान चली जाए तो डेरा जिम्मेदार नहीं होगा। इस बात की पुष्टि डेरा प्रमुख को सजा से कुछ रोज पहले डेरा के प्रवक्ता पवन इंसा ने भी मीडिया के सम्मुख बताया था कि यह मुहिम तो पुरानी है। हंस राज ने धमकी पत्र का हवाला देते हुए बताया कि कुर्बानी गैंग का नेतृत्व पंजाब के मूनक के गांव बग्गां का डेरा साधू अमरीक सिंह और प्रवक्ता पवन इंसा करते हैं। अमरीक सिंह हर वक्त डेरा प्रमुख के साथ सिक्योरिटी में रहता था। अमरीक शार्प शूटर भी है। अमरीक डेरा के लिए आरडीएक्स संभालने का काम करता है। अमरीक ने वर्ष 2011 में डेरा के पास एक गाड़ी में आरडीएक्स भरकर उसे धमाके से उड़ाकर प्रयोग भी किया था। हंसराज ने बताया कि डेरा से जुड़े पंचकुला के साधू एक बहन-भाई को भी अमरीक ने आरडीएक्स से उड़ाने का प्रयास किया था मगर उसकी भनक लगने पर वे डेरा छोडक़र चले गए। जब इस सदंर्भ में डेरा प्रबधंन मंडल की चैयरपर्सन विपशना इंसा से पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ था।