भारतीय फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (आईएफटीडीए) ने जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम और उनकी सहयोगी हनीप्रीत कौर की सदस्यता रद्द कर दी है, जिससे भविष्य में उनके द्वारा किसी फिल्म के निर्माण पर प्रतिबंध लग गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पंडित ने यह जानकारी दी। पंडित ने शनिवार को मुंबई से फोन पर आईएएनएस को बताया, “राम रहीम अब भारतीय फिल्म और टेलीविजन उद्योग में काम नहीं कर सकते। आईएफटीडीए ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी है। यह फैसला कल (शुक्रवार) शाम लिया गया।”
पंडित ने यह भी बताया कि ‘इंडियन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन’ भी (आईएमपीएए) राम रहीम की सदस्यता को सोमवार से खत्म करने पर विचार कर रहा है। आीएफटीडीए से राम रहीम को निकाले जाने का कारण बताते हुए उन्होंेने कहा, “हम रचनात्मक और प्रतिष्ठित लोगों का संगठन हैं। हमारे बीच गुंडे और अपराधी नहीं रह सकते। कानून ने उन पर कड़ा रुख अख्तियार किया है और इस पर विचार किया गया कि हरियाणा में उनके छल-कपट के कारण कितने लोग मारे गए।” सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 अगस्त को दो साध्वी शिष्याओं के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में राम रहीम को 20 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। राम रहीम ने ‘एमएसजी : द मैसेंजर’, ‘एमएसजी-2 द मैसेंजर’, ‘एमएसजी : द वारियर लॉयन हार्ट’, ‘हिंद का नापाक को जवाब : द वारियर लॉयन हाट-2’ और ‘जट्टू इंजीनियर’ जैसी फिल्मों में बतौर अभिनेता काम किया है। रहीम इन सभी फिल्मों के लेखक और निर्देशक भी हैं। हनीप्रीत, जिसे डेरा वेबसाइट पर राम रहीम की दत्तक पुत्री बताया जाता है, ने भी कुछ फिल्मों का सह-निर्देशन किया है।