सादुलपुर (मदनमोहन आचार्य) राजस्थान सरकार के पूर्व सार्वजनिक निर्माण मंत्री तथा तीन बार विधायक रहे जय नारायण पूनियां का रविवार को ससम्मान अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उनके अंतिम संस्कार में सादुलपुर विधायक पदम डॉ. कृष्णा पूनियां, राजस्थान खेल परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कोच वीरेंद्र पूनियां, तारानगर के विधायक नरेंद्र बुडानिया, पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां, राजस्थान विधानसभा के पूर्व सचेतक इन्द्रसिंह पूनियां, पूर्व विधायक गण नंदलाल पूनिया, मनोज न्यांगली चूरू जिला परिषद की प्रमुख वंदना रवि आर्य, चूरू जिला परिषद सीईओ रामनिवास जाट, तारानगर पंचायत समिति प्रधान संजय कस्वां, डॉ. सुभाष गोस्वामी, तारानगर युवा भजपा नेता राकेश जांगिड़ सहित हजारों समर्थक शामिल हुए।
करीब 90 वर्षीय पूनियां पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। तीन रोज पूर्व तबीयत ज्यादा खराब हो जाने के कारण उन्हें हिसार ले जाया गया और रविवार को प्रात: उन्होंने हिसार में ही अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना मिलते ही उनके निवास पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। चूरू जिले के ही नहीं जयपुर तक से उनके समर्थक श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। राजगढ़ तहसील के गांव लाखलान बडी के मूल निवासी पूनियां सामान्य कृषक परिवार में जन्मे थे। लॉ करने के बाद उन्होंने राजगढ़ में वकालत शुरु कर दी। 1977 में जनता पार्टी के शासन में वह सादुलपुर से पहली बार विधायक बने और भैरों सिंह शेखावत सरकार में सार्वजनिक निर्माण मंत्री बना दिए गए। उसके बाद वह निरंतर सक्रिय राजनीति में रहे और अपने जीवन काल में वह तीन बार विधायक रहे। 1977 के बाद दोनों बार ही तारानगर विधानसभा से विधायक चुने गए। पूनियां की छाप एक गांधीवादी नेता के रूप में रही है जो सिद्धान्त वादी और स्पष्ट वादी व्यक्तित्व थे।
अंतिम संस्कार के दौरान मोक्ष भूमि में भी पूर्व व वर्तमान विधायक सांसद के अलावा हजारों लोग उपस्थित थे। उनके पुत्रगण चूरु लोहिया कॉलेज के प्राचार्य दिलीप पूनियां, श्रीगंगानगर के पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र पूनियां, विरेन्द्र शेरू के अलावा उनके भतीजे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता प्रताप सिंह पूनिया भाजपा युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष महावीर पूनियां, पूर्व बैंक मैनेजर जयसिंह पूनियां आदि ने मुखाग्नि दी।
शव यात्रा में हनुमानगढ़ के राजस्व अपील अधिकारी वरिष्ठ आर ए एस करतार सिंह पूनिया, ग्रामीण नेता संदीप काजला, पूर्व उप जिला प्रमुख सुरेंद्र स्वामी, पूर्व सरपंच ईश्वर पूनिया, ग्रामीण कांग्रेसी नेता राजेंद्र कॉलरी, युवा कांग्रेसी नेता कुलदीप पूनिया, वरिष्ठ अधिवक्ता बलवीर जांगिड़, चरण सिंह पूनिया, सरपंच महावीर सिंह पूनिया एडवोकेट बेरासर,शिक्षक नेता सेवाभावी मनोज पूनिया,जमीदारा मार्केट के व्यवस्थापक सावंत सिंह पूनिया,बड़ी संख्या में सरपंच गण, वार्ड पंच पार्षद गण, शिक्षक गण, अधिकारीगण, पूनिया समाज के भारी संख्या में गणमान्य जन शामिल हुए।
लेट हुए कस्वां – रेलवे फाटक के कारण पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां भी फंस गए जो पूनियां की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए आ रहे थे। बाहर गए हुए पूर्व सांसद कस्वां जब फाटक के पास पहुंचे तो चंद सेकेंड पहले ही फाटक बंद हो गया। ऐसा संयोग बैठा कि फाटक पूरे 42 मिनट बंद रहा। इस कारण पूर्व सांसद घर पहुंचने के बजाय सीधे मोक्ष भूमि पहुंचे जहां पर उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की।