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चंडीगढ़। साध्वी यौन प्रकरण में 20 साल के लिए जेल भेजा गया सच्चा सौदा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम जेल में 20रुपये की दिहाड़ी पर जेल में पेड़ों की कटाई छंटाई का कर कर रहा है।
हरियाणा जेल विभाग के महानिदेशक के.पी. सिंह ने आज यह जानकारी दी। उन्होंने मीडिया में गुरमीत सिंह के स्वास्थ्य और विशेष सुविधा दिए जाने की खबरों को भ्रामक एवं कपोल कल्पित बताया।
श्री सिंह यहां मीडिया के सवालों का जवाब में बताया कि गुरमीत सिंह को एक सामान्य कैदी की तरह रखा गया है और उसका स्वास्थ्य ठीक है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि किसी भी कैदी के खून के रिश्ते के दो लोगों से फोन पर बात करवाने का जेल का नियम है। इन फोन नंबरों की पुलिस जांच पड़ताल के बाद ही कैदी की बात करवाई जाती है। गुरमीत सिंह ने दो फोन नंबर दिए हैं जिनमें से एक नंबर हनीप्रीत का है जबकि दूसरा उसका खुद का है। हनीप्रीत का नंबर पहुंच से बाहर आ रहा है और गुरमीत का फोन शायद डेरे में वह छोड़ दिया गया है। इन नंबरों की अभी तक पुलिस जांच पड़ताल नहीं हुई है इसलिए गुरमीत सिंह फोन की सुविधा का फायदा नहीं उठा पाया है। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से गुरमीत सिंह की बैरक में कुछ ही कैदियों को जाने की इजाजत है। पुलिस, इंटेलीजेन्स और अन्य सुरक्षा एजेंसिंयों की रिपोर्ट के आधार पर उसकी सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है। जेल प्रबंधन उसी आधार पर उसकी बैरक तक हर किसी कैदी को जाने नहीं दे रहा।
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि जेल से बाहर आकर जो कैदी मीडिया में इंटरव्यू दे रहे हैं उनकी गुरमीत सिंह की बैरक तक पहुंच नहीं थी। उन्होंने बताया कि कैदियों से मुलाकात करने आने वालों की वीडियोग्राफी करवाई जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि गुरमीत सिंह से जेल में मिलने आई उनकी मां की गोद में सिर रखकर गुरमीत के रोने की खबरें भी भ्रामक हैं। क्योंकि मुलाकाती तथा कैदी के बीच में शीशा तथा जाली होती है, इसलिए यह असंभव है।
पिछले 25 दिनों से मीडिया में गुरमीत सिंह के खाने और स्वास्थ्य संबंधी आ रही खबरों को पूरी तरह से मनगढ़ंत बताते हुए श्री सिंह ने कहा कि वह सामान्य कैदी की तरह और अनुशासित ढ़ंग से रह रहा है।
जेल में उसके कार्य आवंटन के सवाल पर जेल विभाग के महानिदेशक ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन ने गुरमीत सिंह के लिए खेती-बाड़ी का काम निर्धारित किया है। उसकी बैरक के साथ खाली जगह है जिसमें उसको सब्जियां लगाने का काम दिया गया है। उसने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अक्तूबर के प्रथम सप्ताह में वह सब्जी लगायेगा। बैरक के सामने कुछ पेड़ भी लगे हुए हैं जिनकी कटाई-छंटाई का काम भी उसको दिया गया है। उसको 20 रूपए दैनिक दिहाड़ी दी जाएगी।

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