बीकानेर/लूनकरणसर। ग्राम पंचायत अर्जुनसर के सरपंच ने बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के विस्तार केन्द्र एवं दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लि. अर्जुनसर का पट्टेशुदा भवन तुड़वा दिया। समिति के बेगाराम व प्रौढ़ शिक्षण समिति के पदाधिकारियों की गुहार को अनसुना करते हुए भवन पर जेसीबी चलवा दी और समिति के रिकॉर्ड को नष्ट कर दिया गया। पुलिस ने भी मामला दर्ज करने में आनाकानी की तो मजबूरी में इस्तगासा से मामला दर्ज करवाया गया। दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति अर्जुनसर के बेगाराम ने इस संबंध में प्रभारी मंत्री डॉ. रामप्रताप से न्याय दिलवाने की मांग की है। इस भवन के दो कमरे बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति की शैक्षणिक गतिविधियां संचालन करने के लिए दिया गया तथा यह भवन समिति के संकुल कार्यालय के रूप में भी स्थापित था। इसमें संस्था का सामान, स्थायी प्रकृति के उपकरण एवं सरकारी दस्तावेज रखे हुए थे। भवन को तुड़वाने से इन सामान में से कुछ चोरी हो गए कुछ नष्ट कर दिए गए तथा सरकारी दस्तावेज खुद-बुर्द कर दिए गए।
बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के व्यवस्था सचिव अविनाश भार्गव ने बताया कि दुग्ध उत्पादक सहाकारी समिति लि. अर्जुनसर के नाम से 2400 वर्गफुट के भूखंड का उपनिवेशन तहसीलदार लूनकरणसर द्वारा वर्ष 1983 में पट्टा जारी किया गया था। इस भूखंड पर भवन बनाने के बाद समिति की गतिविधियों का संचालन किया जा रहा था। सरपंच मघाराम मरोठिया द्वारा इस पट्टेशुदा भवन को गैरकानूनी तरीके से तुड़वाने की जानकारी मिलने पर ग्रामीण सरपंच से मिले तो सरपंच ने जवाब दिया कि ऐसा कुछ नहीं हो रहा। बाद में बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के व्यवस्था सचिव अविनाश भार्गव व रामलाल सोनी भी उनसे मिले तो सरपंच ने मूल पट्टा दिखाने को कहा, जब उन्हें मूल पट्टा दिखाया गया तो उन्होंने आश्वासन दिया कि अब कोई तोडफ़ोड़ नहीं होगी। इस संबंध में उपखंड अधिकारी एवं विकास अधिकारी को भी अवगत करवाकर कार्रवाई रोकने का निवेदन किया, पर प्रशासन ने मौनधर्म अपनाना ही ठीक समझा और देखते-देखते सरपंच मघाराम मरोठिया ने जेसीबी से सरकारी संपत्ति को नष्ट कर दिया और भवन में रखे समिति के रिकॉर्ड को नष्ट कर दिया। समिति द्वारा संपत्ति नष्ट करने, सामान चोरी करने तथा दस्तावेज खुदबुर्द करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। भवन तुड़वाने के बारे में जानकारी लेने पर समिति के लोगों को बताया गया कि सरपंच इस कार्रवाई के लिए प्रभारी मंत्री व जिला कलेक्टर का आदेश होना बता रहा है। मंत्री व कलेक्टर का साथ होने की धौंस दिखा कर पट्टेशुदा भवन को तोड़ दिया गया।