हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, जयपुर। राजस्थान में हो रहे विधानसभा उपचुनाव के दौरान सात जिलों में अब तक 92 करोड़ 68 लाख रुपये की नकद एवं अवैध शराब सहित अन्य सामग्री जब्त की गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने शुक्रवार को बताया कि 15 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव प्रक्रिया को धन-बल के प्रभाव से मुक्त रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत मतदाताओं को लुभाने के लिए वस्तुओं के मुफ्त वितरण रोकने के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा गठित उड़न दस्ते (एफएस), स्थैतिक निगरानी दलों (एसएसटी) एवं पुलिस आदि एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस और अन्य प्रवर्तन एजेंसियों में सर्वाधिक 76 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती राजस्थान पुलिस ने की है। सभी एजेंसियों ने सात जिलों में कुल मिलाकर चार करोड़ 22 लाख रुपये की नकद राशि पकड़ी है। इस दौरान साढ़े पांच करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अवैध शराब और 42 लाख रुपये कीमत के नशीले पदार्थ भी जब्त किए गए हैं। इसके अलावा एक करोड़ 20 लाख रुपये मूल्य की सोना-चांदी आदि कीमती धातुएं जब्त की गई हैं। महाजन ने बताया कि मतदाताओं को लुभाकर चुनाव प्रभावित करने में नकद राशि और शराब की सबसे अधिक भूमिका रहती है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए राजस्थान निर्वाचन विभाग ने अवैध वस्तुओं की धरपकड़ में नकदी और शराब की जब्ती को अधिक महत्त्व देते हुए जिलों की रैंकिंग की है। इस रैंकिंग के अनुसार, दौसा जिला प्रथम, नागौर दूसरे और अलवर तीसरे स्थान पर हैं। दौसा जिले में कुल 21 करोड़ 89 लाख रुपये मूल्य की वस्तुओं की जब्ती हुई है। नागौर में 14 करोड़ 51 लाख रुपये और अलवर जिले में 13 करोड़ लाख करोड़ रुपये की अवैध नकदी और वस्तुएं पकड़ी गई हैं।
श्री महाजन ने बताया कि आचार संहिता की अवधि के दौरान अवैध वस्तुओं और नकदी के परिवहन एवं वितरण के खिलाफ कार्रवाई के दौरान दौसा जिले में एक वाहन से एक लाख 96 करोड़ रुपये नकद राशि जब्त की गई है। झुंझुनू जिले के बगड़ में भी नाकेबंदी के दौरान तीन लाख 40 हजार रुपये नकद और करीब 35 लाख रुपये मूल्य के सोने की जब्ती की गई। एक अन्य मामले में अलवर जिले में एक नाके पर वाहनों की तलाशी के दौरान दो कारों से कुल 36 लाख 95 हजार रुपये नकद जब्त किए। दौसा में ही एक कंटेनर में खाद्य सामग्री की आड़ में अवैध शराब का परिवहन किया जा रहा था। इस कंटेनर में हरियाणा में निर्मित अवैध शराब पकड़ी गई, जिसकी कीमत लगभग 23 लाख रुपये है।