hellobikaner.in

Share

बीकानेर hellobikaner.in योग भारत की एक प्राचीन संस्कृति है। योग मन, शरीर और आत्मा का मिलन करवाता है। मन की शांति के लिए योग ही केवल एक जरिया है। योग हमारी भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है। शरीर और मन के लिए योग के फायदे अनगिनत है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत में ही नही बल्कि पुरे विश्व में बड़े उत्साह के साथ धामधूम से मनाया जाता है। यह दिन हर साल एक नए थीम पर मनाया जाता है।

 

आठ वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में आज एकलव्य तीरंदाजी एकेडमी में भी मनाया गया महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में अध्ययनरत योगा एंड नेचुरोपैथी कि विद्यार्थी योग प्रशिक्षक पूजा आचार्य के निर्देशन में खिलाड़ियों को योग करवाया गया जिसमें आज विभिन्न आसन के साथ में धूमधाम से योग दिवस मनाया।

तीरंदाजी खेल के साथ-साथ अन्य खेलों के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने व एकाग्रता रखने के संबंधित योगासन करवाएं जिसमें प्रमुख रूप से सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, पादासन सहित अनेक आसनों से रूबरू करवाया गया। इस अवसर पर एकेडमी के सहायक प्रशिक्षक मारकंडे पुरोहित ने कहा कि एकलव्य एकेडमी में निरंतर योग कक्षाएं लगाई जाती है आज स्पेशल रूप से योग दिवस के उपलक्ष पर खिलाड़ियों द्वारा म्यूजिकल योग किया गया।

 

 

इस अवसर पर महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में अध्ययनरत योग एवं नेचुरोपैथी कि विद्यार्थी पूजा आचार्य ने कहां की योग कला हमारे प्राचीन संस्कृति की देन है, हमारे पूर्वज योगा किया करते थे। यही कारण है कि वे स्वस्थ रहा करते थे। भारत के प्रधानमंत्री ने योगा के महत्व को समझा और पूरे विश्व को इसका लाभ लेने का सुझाव दिया। उन्ही के प्रयासों से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के रूप में मनाना शुरू किया गया।

 

About The Author

Share

You cannot copy content of this page