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जयपुर। महापौर डॉ. अशोक लाहोटी के निर्देश पर गुरुवार को नगर निगम जयपुर ने अवैध पशु डेयरियों और तबेलों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में एक दिन में दर्जनों अवैध डेयरियों को तोड़ा गया और करीब 200 आवारा पशुओं को जब्त किया गया। इतनी तादात में पाई गई अवैध डेयरियों और जब्त किए गए आवारा पशुओं ने मेयर समेत तमाम अधिकारियों की पोल खोल कर रख दी है और निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

खास बात तो यह है कि विदेशी सैलानी की मौत के बाद निगम यह कार्रवाई कर रहा है, अगर पर्यटक की मौत नहीं होती तो शायद मेयर समेत तमाम अधिकारी कुर्सी पर बैठकर महज खानापूर्ति नजर करते आ रहे होते। यही नहीं, निगम महापौर और अधिकारी लगातार जयपुर इसकों लेकर माॅनेटरिंग का दावा करते आए हैं। मगर आज की इस कार्रवाई ने मेयर और अधिकारियों के दावों को फैल कर दिया।

नगर निगम जयपुर ने वार्ड 74, 75, 77 और 78 में चौकड़ी तोपखाना देश, चौकड़ी विश्ववेश्वरजी, चौकड़ी मोदीखाना, बालानंदजी का रास्ता, जयलाल मुंशीजी का रास्ता पर अवैध पशु डेयरी संचालित किए जाने वाले 15 स्थानों को सीज कर दिया। इसी के साथ वार्ड 84 में अवैध पशु डेयरियों को ध्वस्त किया गया।

वहीं रामगंज, रामगंज चौपड़, बाड़ियों का बाग में भी अवैध डेयरियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। बाड़ियों का बाग से एक साथ लगभग 80 पशु जब्त किए गए और अवैध डेयरियों को ध्वस्त किया गया। कार्रवाई के दौरान अवैध पशु डेयरियों से अब तक लगभग 150 पशु जब्त किए जा चुके हैं। खास बात ये है कि पर्यटक की मौत के बाद नगर निगम में बैठकर खानापूर्ति करने वाले आयुक्त रवि जैन, अतिरिक्त आयुक्त डॉ. हरसहाय मीणा समेत तमाम अधिकारी फील्ड में नजर आए।

देखा जाए तो जयपुर में होने वाली इन कार्रवाई में पाई गई अवैध डेयरियां और सड़कों पर रैंगने वाले आवरा पशुओं ने निगम की कारगुजारियों की पोल खोल कर रख दी है। अब तक अधिकारी यह कहते हुए नजर आ रहे थे कि वह रोजाना अवैध डेयरियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं और आवारा पशुओं को पकड़ रहे हैं। लेकिन एक दिन में जब्त किए गए आवारा पशुओं और इन डेयरियों ने निगम अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर दिया है।

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