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कोटा hellobikaner.com राजस्थान में कोटा शहर पुलिस ने नागपुर में एक आठ माह के बालक के अपहरण कर फरार हुए एक दंपति को चलती रेलगाड़ी से हिरासत में ले लिया। सूचना मिलने पर नागपुर पुलिस आज कोटा पहुंच गई।


पुलिस अधीक्षक (शहर) केसर सिंह शेखावत ने बताया कि गत 10 नवम्बर को नागपुर में रहने वाले एक महिला राजकुमारी राजू ने नागपुर शहर के कल्माना थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करा कर एक दंपत्ति योगेंद्र प्रजापति उर्फ मोनू (30) और उसकी पत्नी रीटा (28) पर उसके 8 माह के बच्चे का अपहरण कर ढाई लाख रुपए की फिरौती मांगने का आरोप लगाया था।


नागपुर पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए बालक को बरामद कर उसके अपहरण के मामले में शामिल चार बदमाशों फ़रजाना, प्रवीण, बादल और सचिन को गिरफ्तार किया लेकिन इस अपहरण के मुख्य सूत्रधार दंपति योगेंद्र प्रजापति और उसकी पत्नी रीटा भोपाल-जोधपुर यात्री गाड़ी से बैठकर फरार हो गए।


इस बारे में पकड़े गए चारों बदमाशों से पुख्ता जानकारी मिलने के बाद नागपुर के पुलिस कमिश्नर अमीतेश कुमार ने कल मध्यरात्रि को जयपुर के पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव और कोटा के शहर पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत को फोन कर इस दंपति को गिरफ्तार करने में सहयोग मांगा।


शेखावत ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए आज आधा दर्जन से भी अधिक राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारियों सहित एक दर्जन से भी अधिक पुलिस अफसरों को इस दंपति को पकड़ने के काम में लगा दिया।

 

कोटा मंडल से होकर गुजरने वाली इस यात्री गाड़ी में सवार फरार दंपति को पकड़ने के लिए कोटा पुलिस बारां और अंता रेलवे स्टेशनों से ट्रेन में सवार हो गई। कोटा शहर पुलिस के अधिकारियों ने चलती यात्री गाड़ी में इस दंपत्ति की फोटो के आधार पर दोनों शिनाख्त की और उन्हें अपनी हिरासत में लेकर कोटा के उपनगरीय रेलवे स्टेशन सोगरिया में उतार दिया और वहां कोटा के भीमगंजमंडी थाने ले कर के आ गई।

 


श्री शेखावत ने बताया कि इस दंपत्ति की गिरफ्तारी की सूचना दिए जाने के बाद नागपुर से पुलिस दल रवाना होकर कोटा पहुंच गया है जो इन्हें अपने साथ वापस लेकर जाएगा और बालक के अपहरण के मामले में दर्ज मुकदमे में आगे की कार्यवाही करेगा।

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