नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आईआरसीटीसी होटल टेंडर घोटाला मामले में आज भी पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश नहीं हुए। श्री यादव ने सीबीआई से पेश होने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा है। सीबीआई सूत्रों ने यहां बताया कि पूर्व रेल मंत्री को आज पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के मुख्यालय में पेश होना था, लेकिन वह नहीं पहुंचे। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने वकील को सीबीआई मुख्यालय भेजा, जिन्होंने अपने मुवक्किल के लिए दो सप्ताह की और मोहलत मांगी। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी श्री यादव के अनुरोध पर विचार कर रही है और उसी के अनुरूप कदम उठायेगी। हालांकि सीबीआई मुख्यालय से बाहर निकलते वक्त श्री यादव के वकील ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पेश होने के बारे में कुछ नहीं कहा। तेजस्वी को कल (26 सितम्बर) पेश होना है।
श्री यादव और तेजस्वी को क्रमश: गत 11 और 12 सितम्बर को सीबीआई मुख्यालय में पेश होना था, लेकिन वे नहीं पहुंचे थे और कुछ और समय देने का जांच एजेंसी से आग्रह किया था। उस वक्त राजद प्रमुख ने रांची में चारा घोटाले के सिलसिले में अदालत में पेश होने की बात कहकर समय मांगा था, जबकि तेजस्वी ने कहा था कि उन्हें पार्टी से संबंधित कुछ जरूरी कार्य करने हैं।
यह मामला रेलवे के रांची और पुरी स्थित दो होटलों को सुजाता होटल को सौंपने से संबंधित है। ऐसे आरोप हैं कि इसके बदले श्री यादव ने बेनामी कंपनी के जरिये पटना में तीन एकड़ प्लॉट हासिल किया है। सीबीआई ने इस सिलसिले में श्री यादव और तेजस्वी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी यादवी, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में सुजाता होटल के निदेशक विजय कोचर और विनय कोचर, डिलाइट मार्केटिंग कंपनी और आईआरसीटीसी के प्रबंध निदेशक पी के गोयल के नाम भी शामिल हैं।