Share

वित्त मंत्रालय ने श्रम मंत्रालय की सिफारिशों को मानते हुए वित्त वर्ष 2016-17 के लिए ईपीएफ (कर्मचारी भविष्य निधि) पर 8.65 फीसदी की ब्याज दर को मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्रालय के इस फैसले से देश के करीब 4 करोड़ ईपीएफ खाता धारकों को फायदा होगा। इसके लिए वित्त मंत्रालय ने एक शर्त रखी है कि इससे सेवानिवृत्ति कोष को घाटा नहीं होना चाहिए।

ईपीएफअो की स्कीम का फायदा उठाने के लिए सबसे पहले आपका एक ईपीएफ खाता होना चाहिए। इसी ईपीएफ खाते में आपकी सैलरी का एक निश्चित हिस्सा हर महीन कटकर जमा होता रहेगा। आप चाहें तो इसमें आप अपनी इच्छा से ज्यादा पैसा भी जमा कर सकते हैं। रिटायर होने के बाद यह पैसा ईपीएफ खाताधारक को ब्याज के साथ वापस कर दिया जाता है। आईये हम आपको बताते हैं कि कैसे आप ईपीएफ खाते में पैसा जमा करके करोड़पति बन सकते हैं। किसी ईपीएफ खाता धारक की उम्र अभी 30 साल है। वह अगले 30 साल तक अपने ईपीएफ खाते में हर महीन 7500 रुपये जमा करता है, तो जब वह 60 साल की उम्र पर रिटायर होगा तो उसकी कुल राशि 1.26 करोड़ रुपये हो जाएगी। इसमें एक शर्त है कि ब्याज दर कम से कम 8.65 फीसदी रहनी चाहिए।

अगर इससे कम होती है तो फिर ईपीएफ खाताधारक को मिलने वाली राशि कम हो जाएगी। अगर ब्याज दर बढ़ती है तो खाताधारक को मिलने वाली राशि भी बढ़ जाएगी। इसी तरह कोई तीस साल का ईपीएफ खाताधारक अगले 30 साल तक अपने ईपीएफ खाते में हर महीन 15000 रुपये जमा करता है, तो जब वह 60 साल की उम्र पर रिटायर होगा तो उसकी कुल राशि 2.57 करोड़ रुपये हो जाएगी। इसमें भी वही शर्त हैं कि ब्याज दर कम से कम 8.65 फीसदी रहनी चाहिए। अगर इससे कम होती है तो फिर आपको मिलने वाली राशि कम हो जाएगी। अगर ब्याज दर बढ़ती है तो आपको मिलने वाली राशि भी बढ़ जाएगी। ईपीएफअो भारत सरकार की मौजूदा सभी स्कीमों में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीम है। ईपीएफओ पीएफ पर दिए जाने वाले रिटर्न्स की हर साल समीक्षा करता है। उसी के बाद यह तय होता है कि सरकार को पीएफ पर कितनी ब्याज देनी चाहिए।

About The Author

Share

You cannot copy content of this page