मीरा हीरावत केस में सीएमएचओ ने की कार्यवाही
हैलो बीकानेर। मीरा हीरावत केस में स्वास्थ्य विभाग ने कार्यवाही करते हुए नोखा के सुराणा नर्सिंग होम में ऑपरेशन प्रक्रियाओं पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है और ऑपरेशन थिएटर को सीज कर दिया है। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने सोमवार को प्रसूता के परिजनों की उपस्थिति में निरीक्षण कर अस्पताल व ऑपरेशन थिएटर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्रकरण में गठित विभागीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजना मित्तल को नोटिस देकर जवाब माँगा गया है। इसी प्रकार अस्पताल संचालक डॉ. अनिल सुराणा को भी कमियों को दूर करने का नोटिस देकर उच्च सुरक्षा मानकों के लिए पाबन्द किया गया है। कार्यवाही में उनके साथ बीसीएमओ नोखा डॉ. श्याम बजाज व पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण शामिल रहे।
ये है मामला
मीरा हीरावत का सिजेरियन प्रसव सुराणा नर्सिंग होम में हुआ। केस बिगड़ने पर पीबीएम रेफर कर दिया गया। जहां पूरी कोशिश के बावजूद प्रसूता को बचाया नहीं जा सका। परिजनों द्वारा शिकायत करने पर आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया जिसमे पीएमओ डॉ. बीएल हटीला, डॉ. ओ. पी. चाहर व डॉ. अब्दुल रईस शामिल थे। समिति ने अपनी रिपोर्ट में ओटी व प्रबंधन के सन्दर्भ में जिन कमियों का उल्लेख किया उनके आधार पर सोमवार को विभागीय कार्यवाही को अंजाम दिया गया है।
लापरवाह निजी अस्पतालों पर विभाग कसेगा शिकंजा
सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि शल्य प्रक्रियाओं के लिए कड़े ओटी मानक होते हैं जिनकी शत प्रतिशत पालना बिना मरीज को जान का खतरा हो सकता है। ऑपरेशन सुविधा वाले अस्पतालों में सम्बंधित पुख्ता प्रबंधन ना हो तो हादसे होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसलिए विभाग द्वारा सभी निजी अस्पतालों को परिपत्र जारी कर वहां उपलब्ध सुविधाओं, उपकरण व स्टाफ का ब्यौरा माँगा जाएगा और उनका नियमित रिकॉर्ड संधारण किया जाएगा। जिन अस्पतालों में चिकित्सकीय मानकों का उल्लंघन व अन्य कमियां प्रतीत होंगी उनका औचक निरीक्षण कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।