श्रीगंगानगर hellobikaner.in भारतीय रेलवे भारत के बडे नियोक्ताओं में से एक है, जिसमें उत्तर पश्चिम रेलवे पर लगभग 50 हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत है। वर्ष 2020 में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 1200 से अधिक नए कार्मिक भर्ती किये गए, वहीं 4000 से अधिक कर्मचारियों को पदोन्नति देकर उच्च ग्रेड में पदस्थ किया गया।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकरी ले. शशि किरण ने बताया कि कोविड-19 महामारी ने दुनियाभर में लोगों के जीवन को प्रभावित करने के साथ-साथ कई देशों की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है। भारत भी कोविड-19 महामारी के प्रतिकूल प्रभाव से प्रभावित हुआ है। ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में रेलवे ने अर्थव्यवस्था को गति देने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। लाॅकडाउन अवधि के दौरान रेलवे ने पूरे देश में निर्बाध माल आपूर्ति की जिम्मेदारी का निर्वाह किया है, साथ ही अत्यावश्यक स्थानों के लिए सवारी गाड़ियों का संचालन कर रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के रेल कर्मचारी लाॅक डाउन अवधि के दौरान धैर्य और बहादुरी के साथ काम करने की चुनौतियों का सामना कर राष्ट्रीय संकट की घड़ी में अपने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई है। रेलवे कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण की वजह से ही उत्तर पश्चिम रेलवे इस अवधि के दौरान मालगाड़ियों, श्रमिक स्पेशल और अन्य यात्री सेवाओं के आवश्यक परिचालन सेवाओं को बनाए रखने में सक्षम रहा है।
देश के आर्थिक गतिविधियों के नुकसान के कारण कई लोग अपनी नौकरियाँ खो चुके है या उनके पारिश्रमिक पर अंकुश लगा है। ऐसी परिस्थितियों में उत्तर पश्चिम रेलवे ने अपने कर्मचारियों के मनोबल को उच्च रखते हुए उनके वेतन का समय पर भुगतान, उचित चिकित्सीय सहायता, कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को कोरोना बीमारी से बचाव हेतु जागरूकता प्रदान करने के कार्य किये है।
वर्ष 2020 में उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेलवे भर्ती बोर्ड एवं रेलवे भर्ती कक्ष के माध्यम से 1251 नए कार्मिक विभिन्न विभागों में भर्ती किये। इसी क्रम में रेलवे प्रशासन ने कार्यालय में काम करने की चुनौतीपूर्ण स्थिति होने के बावजूद 4300 कर्मचारियों को अगले उच्च ग्रेड में पदोन्नत किया है, इसमें से 950 कर्मचारियों को माह दिसम्बर 2020 में ही पदोन्नत किया गया है। रेलवे प्रशासन द्वारा किये जा रहे इन कल्याणकारी कार्यों को रेल कर्मचारियों एवं रेलवे श्रमिक संगठनों द्वारा सराहा गया है। प्रशासन की इस कार्यवाही ने उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन एवं कर्मचारियों के मध्य आपसी प्रतिबद्धता और विश्वास को मजबूत किया है।