बीकानेर hellobikaner.com जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा की सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल में जल्द ही 90 लाख रुपए की लागत से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट के लग जाने के बाद अस्पताल ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा। उन्होंने बताया कि फिर ऑक्सीजन बाहर से खरीदने की भी आवश्यकता नहीं रहेगी। यह बात उन्होंने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
मेहता ने कहा कि वर्तमान में कोरोना के समय जिले में ऑक्सीजन की थोड़ी परेशानी रही, जिसका का तत्काल समाधान कर दिया गया। आने वाले वर्षों में अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी ना आए इसे ध्यान में रखते हुए प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में जिले में ऑक्सीजन के दो प्लांट हैं तथा सेरूणा में लगे प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति पीबीएम अस्पताल में हो रही है। उन्होंने कहा कि दोनों ही प्लांट से अस्पताल की मांग के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। अगर इन प्लांट के संचालकों द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में किसी तरह की बाधा या परेशानी की जाती है तो इनके विरूद्ध एपिडेमिक एक्ट में सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अगर चिकित्सा एवं जिला प्रशासन को दोनों ही प्लांट के संचालकों द्वारा सहयोग नहीं किया गया तो वर्तमान में कोविड संकट को देखते हुए प्लांट को अधिग्रहण करने की कार्रवाई की जा सकती है।
जिला कलक्टर ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में ऑक्सीजन का 2 दिन का स्टॉक आवश्यक रूप से रहना चाहिए। साथ ही जिले में जितने भी कोविड-19 केयर सेंटर चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित हो रहे हैं, उनमें ं दस-दस ऑक्सीजन सिलेंडर रखे जाए ताकि जरूरत पड़ने पर गंभीर रोगियों को तत्काल ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि ऑक्सीजन के छोटे सिलेंडर सभी चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा केन्द्रों, जिला मुख्यालय पर स्थित अस्पतालों में और मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में भी रहे ताकि अगर होम कर्वान्टाइन किए हुए व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब हो जाए और ऑक्सीजन की जरूरत पड़े तो उसे एक बार तत्काल छोटा आॅक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य के साथ किसी भी स्थिति में इलाज की कमी नहीं आने दी जाएगी।
निजी चिकित्सालय से किया जाए एम ओ यू
जिला कलक्टर मेहता ने पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कहा कि जिले में स्थित निजी चिकित्सालय से भी बातचीत कर उनसे राज्य सरकार के निर्देशानुसार एमओयू किया जाए। जिसमें अगर कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति निजी चिकित्सालय में एडमिट होकर अपना इलाज करवाना चाहे तो उसे वहां भी चिकित्सा सुविधा मिले। इन निजी चिकित्सालय से सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुसार एमओयू अगले दो दिनों में किया जाए।
कलक्टर परिसर के लिए अलग से दल का गठन हो
जिला कलक्टर ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीना को निर्देश दिए कि कलेक्ट्रेट परिसर में आने जाने वाले लोग अक्सर मास्क का उपयोग नहीं करते हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर तथा उसके आसपास के क्षेत्र के लिए एक अलग से दल का गठन किया जाए। बिना मास्क के कलेक्ट्रेट परिसर में घूमने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनके चालान काटे।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच. गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) सुनीता चैधरी, प्राचार्य सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज डॉ एस.एस. राठौड़, अधीक्षक पीबीएम डॉक्टर मोहम्मद सलीम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी. एल. मीना, सहायक निदेशक औषधि नियंत्रक सुभाष मुटरेजा, सचिव नगर विकास न्यास मेघराज सिंह मीना सहित कोविड-19 के लिए नियुक्त एरिया मजिस्ट्रेट उपस्थित थे।