हैलो बीकानेर, जयनारायण बीस्सा,। बीकानेर पीबीएम अस्पताल में दिन भर में हजारों मरीज अपना ईलाज करवाने के लिए आप-पास के गांव व शहरों से आते है। क्योंकि बीकानेर की पीबीएम अस्पताल में हर रोग के लिए अलग विभाग व स्टाफ सरकार द्वारा लगाए गये है। लेकिन पीबीएम प्रशासन की अव्यवस्था के कारण मरीजों को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीबीएम हेल्प कमेटी पीबीएम में एक अच्छा मिशन लेकर काम कर रही है।
आज पीबीएम हेल्प कमेटी ने अचानक कैसर अस्पताल में पहुचें, वहां पाया गया कि कैसर अस्पताल में प्राईवेट सोसायटी को रूम दे रखा है। पीबीएम हेल्प कमेटी के सुरेन्द्र राजपुरोहित ने बताया कि जब पता चला कि कैसर अस्पताल में प्राईवेट सोसायटी को रूप देना गैरकानूनी है। इस पर कमेटी ने रूप पर ताला लगा दिया और वहां के सीनियर प्रोफेसर रेडिया थेरेपी के डाक्टर एच एस कुमार से मिले। डॉ एच एस कुमार ने बताया कि डॉ. बरडिया बाहर गये हुए है वो आयेगें तक कुछ होगा, तभी कमेटी ने कहा कि हम डॉ. बरडिया का इन्तजार नहीं करेगें, हमें तुरंत इस सोसायटी पर कार्यवाही चाहिए।
डॉ एस एच कुमार ने प्राचार्य डॉ. आर पी अग्रवाल से बात की और कमेटी की मांग को बताया तो प्राचार्य ने बताया कि इस सोसायटी से रूप खाली करवा लिया जाऐगा, लेकिन इसके लिए सात दिन का समय चाहिए। इस पर कमेटी के ब्रज मोहन ने सुरेन्द्र राजपुरोहित, मोहन भाटी, सुनील आसोपा, बजरंग दैया, इकबाल मोहम्मद, हरि किसन सोनी आदि से विचार विमर्श कर पीबीएम प्रशासन को सात दिन का समय दिया।