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हैलो बीकानेर । लोकदेवता बाबा रामदेवजी के रूणिचा स्थित धाम के लिए आस्था व विश्वास के साथ गांव-गांव, ढाणी-ढाणी, शहर व कस्बों से पैदल जातरूओं का जन सैलाब उमड़ रहा है। जिले के सभी राष्ट्रीय राजमार्ग पर नर-नारी बाबा का जयकारा लगाते, नाचते हुए रामदेवरा की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। जातरूओं की सेवा के लिए भी हर मार्ग पर जगह जगह चिकित्सा, पेयजल, विश्राम, चाय व नाश्ता की व्यवस्था सामाजिक एवं स्वयं सेवी संगठनों ने निष्काम भाव से कर रहे  हैं। वे मनुहार के साथ जातरुओं का अतिथियों सा अभिनंदन व सत्कार कर रहे हैं।

โพสต์โดย Devkinandan Vyas บน 21 สิงหาคม 2017

 

        अलसुबह चार बजे से रात करीब 12 बजे तक और राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर रातभर ’बाबा रामदेव’ के जयकारों व डीजे पर भक्ति गीतों की गूंज रहती है। पंजाब, हरियाणा, चूरू, सुजानगढ़, हनुमानगढ़ के विविध गांवों व कस्बों के जातरूओं के कुछ देर बीकानेर में पड़ाव डालने के कारण नगर में भी मेले का सा माहौल नजर आ रहा है। पब्लिक पार्क, रतन बिहारी पार्क, गांधी पार्क, जवाहर पार्क सहित राष्ट्रीय राजमार्गों के पास के सार्वजनिक स्थल, मंदिर परिसर व धर्मशालाएं इन जातरुओं के विश्राम के साथ चहल-पहल के प्रमुख स्थल के रूप में विकसित हो गए।

 बीकानेर मे विश्राम व कुछ देर ठहराव करने वाले जातरुओं द्वारा आवश्यक सामग्री की खरीदारी करने के कारण पचरंगी ध्वजा, ’’जय बाबेरी’’ ’’ध्वजा बंद धारी की जय’ और बाबा रामदेवजी के घोड़े सहित चित्र अंकित टी.शर्ट, टॉर्च, नेकर, बनियान, गले का दुपट्टा, चश्मा की भी कई अस्थाई दुकानें रामदेवरा के लिए जाने वाले मार्गों पर खुल गई हैं। करीब 500 से अधिक स्वयं सेवी संगठनों ने जातरूओं के लिए पेयजल, चिकित्सा, विश्राम, चाय, नाश्ता व खाने की व्यवस्था की है।

बीकानेर शहर के संघ-

 बीकानेर नगर से पैदल यात्रियों का पहला जत्था एकम संघ मंगलवार को, दूज संघ बुधवार को तथा तेजगति से चलने वाला गणेश चतुर्थी को प्रस्थान करेगा। पैदल के साथ विभिन्न वाहनों, दुपहिया-चौपहिया वाहनों में भी निरन्तर लोग पद यात्रियों के मेले को देखने, अपने रिश्तेदारों को सहयोग करने और निष्काम सेवा के लिए बीकानेर से रामदेवरा तक के मार्ग निरन्तर सेवाएं दे रहे हैं। पैदल जातरूओं की हौंसला अफजाई करने के लिए बीकानेर के हर मार्ग व सड़क पर लोगों का हजूम जमा रहता है। लोग पैदल जातरूओं को देखते ही ’जयकारा’ लगाकर उनका हौसला बढ़ाते नजर आते हैं।

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