देश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी में एक चिट्ठी बंटवा रही है। चिट्ठी बांटने का मकसद 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले हर घर तक पहुंच बनाना है। वे घरों में एक किताब भी बांट रहे हैं। इस किताब में पिछले चार सालों में सरकार के द्वारा राज्य में किए गए विकास कार्यों का ब्यौरा दिया गया है।
वाराणसी में पार्टी के रविदास मंडल के प्रभारी दीपक राय ने मीडिया को बताया कि ये किताब 116 पेज की है। दीपक राय ने कहा,”ये चुनाव से पहले हर घर तक पहुंचने जैसा है। ज्यादातर चिट्ठियों में वोटरों का नाम छपा हुआ है। इसके अलावा हम खुद भी ये सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी तरह से नए वोटरों का नाम वोटर लिस्ट से छूट न जाए। इसलिए नए वोटरों को पुस्तक के साथ सादी चिट्ठी दी जा रही है।”
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि हर बूथ को करीब 1000 चिट्ठियां दी गई हैं। इन पत्रों में नाम वाली चिट्ठियों के साथ ही बिना नाम वाली चिट्ठियां भी हैं। इसके साथ ही करीब 150 से 250 पुस्तिका भी बांटी जा रही है। प्रधानमंत्री की ओर से भेजे जा रहे इस पत्र में उन्होंने काशी की जनता से समर्थन मांगा है। उन्होंने कहा कि कैसे सामूहिक प्रयासों से काशी के विकास की नई कहानी लिखी जा रही है।
चिट्ठी में लिखा है, ” चार वर्ष पूर्व आप सबका प्रेम, विश्वास और मां गंगा का आदेश मुझे इस नगरी तक ले आया। ये हमारे सामूहिक प्रयासों का ही नतीजा है कि काशी में विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। काशी की प्राचीनता को अक्षुण्ण रखते हुए उसे नवीनता से जोड़ा जा रहा है।”
चिट्ठी में आगे लिखा है,” काशी के विकास में आप सभी काशीवासियों का अमूल्य योगदान रहा है और मुझे विश्वास है आपका सहयोग आगे भी अनवरत मिलता रहेगा। बनारस शहर, ऐसा शहर जिसमें विरासत भी हो और वाई—फाई भी हो, वहां सांस्कृतिक चेतना भी हो, सफाई भी हो। ऐसा हो मेरा बनारस।”
काशी क्षेत्र में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पुस्तिका का नाम, ”मेरी काशी, विकास के पथ पर” है। इस पुस्तिका का विमोचन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महीने पहले किया था। इस पुस्तिका में सरकार के कामों का साल के क्रम में ब्यौरा दिया गया है। कामों में भूमिगत बिजली के तार, बाबतपुर हवाई अड्डे से वाराणसी तक चार लेन हाइवे, वाराणसी रिंग रोड और वाराणसी के आसपास हाइवे का विकास शामिल है।