इंदौर । गुरमीत राम-रहीम को दुष्कर्म के आरोप में 20 वर्ष की कैद और हरियाणा के ही अन्य धर्मगुरु रामपाल के भविष्य पर आने वाले फैसले के बीच स्वामी रामदेव ने आज कहा कि धर्म और राजनीति क्षेत्रों से जुड़े लोगों पर कलंक लगे हैं और दोनों के ही शुद्धिकरण की आवश्यकता है। एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने मध्यप्रदेश के इंदौर आए स्वामी रामदेव ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि धर्म क्षेत्र के शिखर पर बैठे हुए लोगों को हमारे शास्त्रों और आचार्यों द्वारा स्थापित आचार संहिता का पालन करना चाहिए। बीते कुछ वर्ष में धर्म से जुड़े लोगों पर लगातार लग रहे आरोपों संबंधित सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि धर्म क्षेत्र से जुड़े कुछ लोग बे-नकाब हुए हैं, पर सम्पूर्ण धर्म-परम्परा को अपराधी मान लेना गलत हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि जिस तरह से हर दो-तीन साल में एेसी घटनायें सामने आ रही हैं, उससे शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। स्वामी रामदेव ने गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा में फैली हिंसा पर राज्य सरकार की लापरवाही से जुड़े प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि किसी भी शिखर आसीन व्यक्ति को अनैतिक और गैर कानूनी आचरण नहीं करना चहिए। यदि किसी संस्था द्वारा कानून को तोड़ने की चेष्टा की जाती है तो सरकार की पहले से तैयारी होनी चाहिए। हरियाणा में इस पूरे प्रकरण से भारतीय जनता पार्टी पर राजनीतिक असर से जुड़े प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि ये राजनीतिक बातें हैं, हां पर इतना जरूर है कि शिखर पर बैठे लोगों को प्रामाणिक जीवन जीना चाहिए।